10 Lines on Yogini Ekadashi in Hindi | योगिनी एकादशी पर १० पंक्तियाँ हिंदी मे
Yogini Ekadashi, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को ही योगिनी एकादशी कहा जाता है। इस दिन जगत करता भगवान विष्णु का आशीर्वाद पाने के लिए उनका व्रत रखा जाता है। हिन्दुओं के अनुसार, योगिनी एकादशी व्रत को करने से 88 हजार ब्राह्राणों को भोजन करने के बराबर का फल की प्राप्ति होती है। इसलिए इस व्रत का अपना विशेष महत्व है। आइए जानते हैं, योगिनी एकादशी का धार्मिक महत्व।
- आषाढ़ माह में कृष्ण पक्ष की एकादशी, योगिनी एकादशी कहलाती है।
- इस दिन व्रत करने से 88000 ब्राम्हणों को भोजन कराने के बराबर पुण्य होता है।
- यह दिन भगवान विष्णु का प्रिय दिन माना जाता है, इसलिए इस दिन उनकी पूजा होती है।
- ऐसा कहा गया है कि इस दिन ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र जपना चाहिए।
- यदि इस योगिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ साथ माता लक्ष्मी की भी पूजा करें तो ज्यादा फल की प्राप्ति होती है।
- जो व्यक्ति योगिनी एकादशी का व्रत करेगा, उसके सभी पाप नष्ट हो जायेंगे।
- योगिनी एकादशी के दिन सूर्योदय के पहले ही जग जाना चाहिए, और स्नान करके पूजा करना चाहिए।
- योगिनी एकादशी के दिन सात्विक आहार लेना चाहिए।
- एकादशी के दिन चावल खाना वर्जित है, इसलिए योगिनी एकादशी के दिन चावल नह खाना चाहिए।
- योगिनी एकादशी के दिन पीपल के वृक्ष के वृक्ष की पूजा भी होती है।
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