रक्षाबंधन Raksha Bandhan हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है। यह पवित्र पर्व भाई -बहन के प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहने अपने भाईयो क कलाई में राखी का पवित्र धागा बांधती है। यह रक्षाबंधन का त्यौहार हर साल मनाया जाता है। इस रक्षाबंधन के त्यौहार में भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को तैयार दर्शाया जाता है।
आइए रक्षाबंधन के पवित्र त्योहार के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों पर चर्चा करें|
आइये जानते है इस पवत्र पर्व की 10/20 बातें –
- रक्षाबंधन हिंदुओ का त्यौहार है, जो कि भाई बहन के रिश्ते को मजबूत बनाता है।
- इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है। भाई बहन को उसकी रक्षा का वचन देता है।
- भाई अपनी बहन को उपहार के तौर कुछ न कुछ जरूर देते हैं।
- रक्षाबंधन हमेशा श्रवण मास के आखिरी दिन को मनाया जाता है। श्रवण मास अगस्त महीने में आता है।
- रक्षाबंधन के दिन बहन पूजा की थाली तैयार करती है जिसमें कुमकुम,चावल,दिया,मिठाई और राखी रखी होती है।
- राखी बांधने के बाद बहन अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती है।
- यह त्यौहार बहुत प्राचीनकाल से मनाया जाता रहा है। कई पौराणिक कहानियों में इसका जिक्र मिलता है।
- रक्षाबंधन के दिन महिलाएँ और लड़कियाँ देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सुरक्षाबलों को राखी बांधती हैं।
- रक्षाबंधन के कुछ दिन पहले से ही बाजार में चहल-पहल और रौनक दिखाई देने लगती है।
- यह त्यौहार भारतीय सभ्यता की पहचान है, और हम सबको इस पर गर्व है।
- रक्षाबंधन भारत में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक है।
- रक्षाबंधन को राखी का त्यौहार के नाम से भी जाना जाता है।
- यह रक्षाबंधन का त्यौहार सम्मान प्रेम समर्पण जैसे तत्वों जैसे तत्व रक्षाबंधन में भाई-बहनों के मध्य देखने को मिलता है।
- रक्षाबंधन में रक्षा का मतलब सुरक्षा तथा बंधन का मतलब बांधना अतः रक्षाबंधन का अर्थ सुरक्षा का बंधन होता है।
- रक्षाबंधन का यह त्यौहार अगस्त माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
- रक्षाबंधन के त्यौहार के दिन बहन भाई को उसकी कलाई पर विशेष धागा बांधती है।
- रक्षाबंधन के इस पावन अवसर पर बहन ईश्वर से भाई के लिए अच्छा स्वास्थ्य तथा समृद्धि के लिए प्रार्थना करती है।
- रक्षाबंधन के इस पवित्र त्यौहार में भाई भी बहन की जीवन भर सुरक्षा के दायित्व का प्रण लेता है।
- भाई बहन को रक्षाबंधन के त्यौहार में उपहार तथा रुपए आदि भेंट करते हैं।
- बहने रक्षाबंधन के त्यौहार का वर्ष भर प्रतीक्षा करती हैं।