10 lines on Sindhu Darshan Festival | सिंधु दर्शन त्योहार पर 10 पंक्तियाँ
Sindhu Darshan जून के महीने में पूर्णिमा की रात को मनाया जाता है। सिंधु दर्शन त्योहार को भारत के सांप्रदायिक सद्भाव और एकता का प्रतीक माना जाता है। आइये जानते है इस दिन की विशेष बातें –
- सिंधु दर्शन फेस्टिवल हर वर्ष सिंधु नदी के तट पर लेह, लद्दाख में मनाया जाता है।
- 3 दिनों तक चलने वाला यह त्योहार हर वर्ष पूर्णिमा ने दिन मनाया जाता है।
- सबसे पहले यह अक्टूबर 1996 में मनाया गया था और फिर हर साल जून में गुरु पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।
- 2020 में सिंधु दर्शन त्यौहार 12 जून से शुरू और 14 जून को समाप्त हो जाएगा।
- इस त्यौहार को पूरे हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है और नृत्य, संगीत के अलावा कला से जुड़े कई आयोजन होते हैं।
- इस पर्व में शामिल होने के लिए देश भर से लोग आते हैं और वो सब अपने साथ अपने यहाँ का पानी लेकर आते हैं और सिंधु नदी पर डालते हैं।
- पर्व के दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम और क्षेत्र का भ्रमण होता है, सिंधु नदी की पूजा की जाती है फिर सभी वापस आने की तैयारी करते हैं।
- लेह में दुनियाँ भर से लोग घूमने आते हैं। इस पर्व में भी विदेशी पर्यटक शामिल होते हैं।
- सिंधु नदी ही वह नदी है, जिसके किनारे हमारी भारतीय सभ्यता का जन्म और विकास हुआ है।
- यह पर्व इसी दिन को याद करने के लिए मनाया जाता है।
आज इस पोस्ट के माध्यम से अपने जाना की Sindhu Darshan Festival के क्या महत्वता है, ऐसे ही और निबंध आपको हमारे Hindi Essay पेज पे मिलते रहेंगे।
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