Roposo Kis Desh Ki Company Hai ? | रोपोसो किस देश की कंपनी है ?

Roposo Kis Desh Ki Company Hai ? | रोपोसो किस देश की कंपनी है ?

जब से भारत में चीन ऐप्स पर बैन लगा है तब से ही मेड इन इंडिया ऐप्स की भरमार हो लगी है. ऐसे ही ऐप का नाम है Roposo . टिक टॉक (Tik-Tok) पर बैन लगने के बाद से ही Chingari और Roposo जैसे ऐप्स यंग यूजर्स में काफी ट्रेंड करने लगे है. आज बात करते है Roposo ऐप की.

रोपोसो, एक भारतीय वीडियो-शेयरिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जिसके मालिकाना हक़ Glance Digital Experience Pvt Limited है. भारत के बेंगलुरु में अपना पंजीकृत कार्यालय है. यह एक ऐसा डिजिटल प्लेटफार्म है जहां लोग घर के बने वीडियो और तस्वीरों को शेयर करते हैं.

15 से 35 वर्ष की आयु के उपयोगकर्ताओं के लिए ऐप अपने चैनलों पर यूजर जनरेटेड कंटेंट के साथ टीवी जैसा ब्राउज़िंग अनुभव प्रदान करता है.उपयोगकर्ता प्लेटफ़ॉर्म पर एडिटिंग टूल का उपयोग भी कर सकते हैं और अपना कंटेंट अपलोड कर सकते हैं.

8.5 करोड़ (85 मिलियन) उपयोगकर्ताओं के साथ, रोपोसो एक ऐसा ऑनलाइन स्थान प्रदान करता है जहां उपयोगकर्ता भोजन, कॉमेडी, संगीत, कविता, फैशन और यात्रा जैसे विभिन्न विषयों से संबंधित पोस्ट साझा कर सकते हैं.

 Roposo Kis Desh Ki Company Hai ? | रोपोसो किस देश की कंपनी है ?

Roposo का जनम ऐसे हुआ

प्रासंगिक ई-सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के तत्वावधान में जुलाई 2014 में स्थापित किया गया. ROPOSO तीन आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्रों के दिमाग की उपज है – मयंक भंगडिया, अविनाश सक्सेना और कौशल शुभंक.

रोपोसो को शुरू में एक फैशन सोशल नेटवर्क के रूप में लांच किया गया था और बाद में इसका वर्जन 2.0, ROPOSO – टीवी द पीपुल ने पेश किया.कंपनी का मुख्यालय बेंगलुरु, कर्नाटक, भारत में है.

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नवंबर 2019 में, रोपोसो को इनमोबी के ग्लेंस डिजिटल एक्सपीरियंस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा अधिग्रहित किया गया था जो मोबाइल कंटेंट प्लेटफार्म और इनमोबी समूह का हिस्सा है.

जब चीनी स्वामित्व वाली वीडियो-शेयरिंग ऐप टिक्टोक पर 30 जून, 2020 को प्रतिबंध लगा दिया गया था, तो ऐप में कई टीकटोक उपयोगकर्ताओं के साथ रोपोसो में पंजीकरण करने वाले उपयोगकर्ताओं में एक विशाल स्पाइक देखा गया था.

रोपोसो के ओपन प्लेटफार्म ऐप में कुछ विशेषताएं हैं जैसे कि टीवी जैसी ब्राउज़िंग अलग-अलग चैनल, एक चैट सुविधा जो खरीदारों और विक्रेताओं को सीधे प्लेटफॉर्म के माध्यम से समझाने की सुविधा देती है और प्रोडक्शन उपकरण जैसे कि वॉयस-ओवर, संगीत और GIF जोड़ने का विकल्प वीडियो और फ़ोटो के लिए स्टिकर. अमेरिकी मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी Apple ने अगस्त 2016 में रोपोसो को अपने भारतीय स्वतंत्रता दिवस के विशेष संस्करण में प्रदर्शित किया था. रोपोसो उपयोगकर्ताओं को 10 स्थानीय भाषाओं में 30 चैनलों में लघु-प्रपत्र डिजिटल वीडियो खोजने की अनुमति देता है.

रचनाकारों द्वारा बनाई गई वीडियोस YouTube के मामले में 30-40 मिनट तक नहीं रहती है. इस ऐप पर सभी रचनात्मक लोग एक साथ आ रहे हैं और अपना कंटेंट बना रहे हैं और यह 30 मिनट लंबा शो नहीं है.

20 प्रतिशत से अधिक उपयोगकर्ता प्लेटफॉर्म पर वीडियो बनाते हैं, रोपोसो के बारे में सब कुछ जानना मतलब उसका कम्युनिटी का हिस्सा होना ही है. इस तेज़ी से पॉपुलर हो रहे ऐप से युवा ही नहीं अधेड़ उम्र के लोग भी जुड़ रहे है. आज भी इतना कहा जा सकता है कि यह इंडिया टिक-टॉक बनता जा रहा है. वास्तिक तौर पर इसकी उम्मीद करना गलत भी नहीं है क्योंकि ऐप को अच्छे रिव्यू और कंटेंट देखने को मिल रहे है.

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