भालू पर निबंध व कविता Bear Essay Poem Hindi

भालू पर निबंध or Kavita Essay on Bear in hindi

भालू पर निबंध: Bear Essay in Hindi

  • भालू एक जँगली जानवर है भालू का रँग काला एवँ सफेद भी होते हैँ भालू को शहद अतयधिक पसँद होता है|
  • सरदियोँ में भालुऔँ के बाल अधिक घने होते हैँ|
  • इस समय की भालू की खाल अधिक मोटी एवँ बेशकीमती होती है|
  •  भालुओँ का शिकार कर के इनके कोट टोपी बनाई जाती हॅ|
  • भालू रीछो आठ परजतियाँ पायी जाती हैँ|
  • भालू सामानतय:शाँत एवँ शरमीले आदत के पाए जाते हैँ|
  • जँगल मे भालू लगभग तीस साल का जीवन जीते हैँ |
  •  यही मदारी पास 47 साल तक जीवित रहता है |
  • एक धुरवीय भालू विना आराम के 160 किलोमीटर तक तैर सकता है|
  • भालुऔँ के पँजे आगे के पँजो से पिछले पँजे अधिक बङे होते हैं|
  • एक पैँङा भालू एक दिन मेँ 21 किलो बाँस खा सकता है|
  • भालूऑँ मेँ छोटी -2आँखोँ से ये देखने की छमता कम होती है ,लेकिन सुनने व सूँघने की छमता अधिक होती है|
  • सभी भालुओँ मेँ अधिकतर बङा शरीर ,मोटी टाँगॅ -बाजू,सखत नाखून पाये जातै हॅँ|
  • भालू को चिड़याघर में भी रखा जाता है।
  • भालू गुफाओं में भी अपना घर बना क रहते हैं।
  • भालू को “रीछ” भी कहा जाता है।
  • भालू को पानी में बाहत अछि तरह तैरना आता है।

भालू शकरहि और मांशाहारी दोनों प्रकार के होते हैं हाल्नकी ध्रुवीया भालू मांशाहारी होतें है।

दोस्तों उम्मीद है की ये भालू पर निबंध पढ़ के आप को अच्छा लगा होगा भालू जाती जल्दी से विलुप्त होने के कगार पर है कृपया ऐसे बचने में चलो हम सब एक सतह संकल्प लेते हैं।

भालू पैदा होने क कुछ समय क बाद तक ही अपनी माँ के साथ रहते है फिर अलग हो जाते है।

 

भालू पर कविता: Bear Poem in Hindi

देखो-देखो बच्चोँ भालू आया |

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छम -छम करकॅ नाच दिखाया॥

नाच नचाने भालु को मदारी लाया|

बच्चोँ को भालू का नाच है भाया॥

भालु ने है अच़्छा नाच दिखायाl

भालू का करतव बच्चोँ के मन को है भाया।

देखो -2 एक मदारी भालू लाया॥

भालू अधिकतर अकेले रहना पसँद करतै हैँ।

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