केदार जाधव जीवन परिचय | Kedar Jadhav Biography in Hindi

केदार जाधव जीवन परिचय

क्रिकेट की दुनिया में जहाँ नए सितारे चमक रहे हैं वहीं केदार जाधव एक उभरते हुए सितारे हैं केदार एक भारीतय खिलाडी हैं जो काफी समय से  सभी को अपने खेल से आकर्षित कर रहे हैं इनका जनम २६ मार्च १९८५ में पुणे, महाराष्ट्र  में हुआ इनका पूरा नाम केदार महादेव जाधव है केदार ने अपने जीवन में कहीं उतर चढ़ाव देखें हैं | वह एक सामान्य वर्ग़ के परिवार से तलूक रखते हैं | उनका परिवार जाधववाड़ी, सोलापुर से तालुकात रखता है, इसकी वजह से वह अपने नाम के आगे जाधव लगाते हैं |

केदार की तीन बहनें भी हैं | सभी बच्चों में से केदार सबसे छोटे हैं | उनकी बहनो ने उच्च शिक्षा प्रपात की हुई है, जिस वजह से वह केदार की प्रेरणा का स्रोतर हैं | जहाँ उनकी बहनो ने किताबी शिक्षा को अपना जीवन  बनाया वहीं केदार ने क्रिकेट को अपना जीवन बनाने की ठान ली |

केदार जाधव का करियर – Kedar Jadhav Career

केदार नववीं कक्षा के बाद से ही क्रिकेट की तरफ अपने आप को ढलते चले गए | उनके पिता महादेव जाधव महाराष्ट्र बिजली विभाग में काम करते थे | केदार की माँ मन्दाकिनी जाधव ने हमेशा उन्हें हिम्मत दी है की वो हमेशा बस आगे बढ़ते रहें | वह अपने माता पिता को बहुत मानते हैं| केदार का विवाह स्नेहल जाधव से हुआ है और उनकी एक प्यारी सी बेटी भी है जिसका जनम २०१५ में हुआ है |

केदार ने पि. वाय. सी . हिन्दू जिमखाना में क्रिकेट खेलना शुरू किया | केदार ने सबसे पहले रेनबो क्रिकेट क्लब को टेनिस बॉल क्रिकेट खेल में प्रस्तुत किया और वहां अपने आप को साबित किया | २००४ में वह महाराष्ट्र की अंडर १९ टीम में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे जोकि उनके आगे के जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा | २००७-२००८ रणजी सीजन के वक्त अपना पहला खेल खेला पर वह कुछ भी ऐसा न कर पाए जो की यादगार लम्हो में अपनी जगह बना सके | २०१२ में रणजी ट्रॉफी में उन्होंने ३२७ रन बनाये जोकि बहुत अच्छा माना गया | इसने उनके आने वाले समय में बहुत अच्छी भूमिका का काम किया |

२०१३-२०१४ रणजी ट्रॉफी में इन्होने सबसे जयादा रन बनाये | इन्होने १२२३ रन अपने हिस्से में बटोरे जोकि सबसे जयादा थे | २०१४ में केदार ने ओ. डि. ऑय. में अपना पहला प्रवेश किया जोकि भारत और श्री लंका के बिच में था जोकि रांची में हुआ था | वह पहली प्रस्तुति में कुछ ख़ास नहीं कर पाए, उन्होंने २४ गेंदों में सिर्फ २० रन बनाये जोकि बहुत अच्छा नहीं था | २०१५ में केदार ने ८७ गेंदों में १०५ रन बनाकर अपने आप को फिर से साबित कर दिया | जिम्बाब्वे के साथ इस खेल में उन्हें ‘मैन ऑफ़ मैच’ का ख़िताब मिला | इसकी वजह से उन्होंने टी२० में भी अपने प्रथम प्रवेश की जगह बना ली|

केदार जाधव का व्यक्तिगत जीवन

जन्मतिथि26 मार्च 1985
आयु32 वर्ष
जन्मस्थानपुणे, महाराष्ट्र, भारत
राशिमेष
राष्ट्रीयताभारतीय
गृहनगरपुणे, महाराष्ट्र, भारत
शैक्षिक योग्यतास्नातक (वाणिज्य)
परिवारपिता – महादेव जाधव

 

केदार जाधव का क्रिकेट प्रेम

२०१० के ऑय पि अल में केदार जाधव ने अपना पहला प्रवेश दिल्ली डेयरडेविल्स  के लिए किया जोकि एक याद रखने वाला खेल साबित हुआ | केदार ने उस मैच में शानदार खेला और लगातार ५० रन की भहागेदारी की | उन्हें उस मैच में ‘मैन ऑफ़ मैच’ का ख़िताब भी मिला | अगली बार के लिए केदार जाधव को कोच्ची टस्कर्स केरेला ने अपनी टीम में लेना चाहा जोकि उनके खेल की वजह से ही था | २०१३ में दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें वापिस अपनी टीम में ले लिया | २०१६ में उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेला |

उन्होंने सीढ़ी दर सीढ़ी अपने आप को आगे बढ़ाने की कोशिश हमेशा ही रखी है | सुरेंद्र भावे केदार जाधव के कोच रहे हैंजोकि उन्हें समय समय पर सही सलाह देते रहे, ताकि वे कहीं भटक न जाएँ कोई गलती न कर बैठें| वह समय समय पर केदार का हौंसला बढ़ाते रहे जोकि उनकी सफलता में एक महत्वपूर्ण भूमिका का काम करता रहा | केदार जाधव अभी महाराष्ट्र के लिए खेलते हैं | वह घरूले क्रिकेट के तौर पर खेलते हैं | केदार बल्लेबाज़ तथा विकेटकीपर दोनों  की समान भूमिका निभाते हैं | केदार दोनों भूमिका बहुत अचे से निभाते हैं इसी वजह से वह खिन बार अपनी टीम का नाम रोशन करते रहे हैं |

केदार जाधव महाराष्ट्र, वेस्ट जोन, बोर्ड प्रेजिडेंट, दिल्ली डेयरडेविल्स , रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर तथा कोच्ची टस्कर्स केरेला की घरेलु तथा राज्य टीमों में खेलते हैं | केदार जाधव ने ओ डी ऑय में जो नाम कमाया है वो बहुत ही लाजवाब है | उन से पहले ये रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी, और मनोज प्रभाकर की पकड़ में काफी अच्छे से थे | इनके बाद से केदार जाधव ने अपने प्रशंसनीय खेल से सब का दिल जीत लिया और ये रिकॉर्ड अपने नाम भी कर लिया | उनके कुछ दिन बाद यह रिकॉर्ड मनीष पांडेय ने अद्भुत तरीके से तोड़ दिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में, पर जो भी हो जाधव ने अपना नाम रोशन कर दिया था |

केदार जाधव की जिंदगी का महत्वपुर्ण मोड़ तब आया जब भारत ने चार सीरीज एक साथ ऑस्ट्रेलिया में जीती थी, उस मैच में केदार जाधव ने ७३ गेंदों में ७८ रन की भागीदारी अपने नाम की जोकि बहुत महत्वपूर्ण है क्यूंकि उस मैच के दौरान उनकी बाजु में चोट लग गयी थी जिस वजह से उनका खेलना बोहोत मुश्किल होगया था पर फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हरी और भारत की जीत के लिए खेले और जीत में महत्वपूर्ण योगदान भी दिया | यकीनन अपनी भूमिका अच्छे से निभाते रहे हैं |

२०१२ में केदार जाधव ने अपने खेल जीवन के तिशतक मारे, ३२७ रन को अपने हिस्से में डाला और अपना नाम तथा जीवन को अलग दिशा दी| महाराष्ट्र से वे पहले बल्लेबाज़ थे जिन्होंने रणजी ट्रॉफी, उत्तर प्रदेश के खिलाफ, महाराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम पुणे में दूसरे नंबर पर रहे हैं जोकि बहुत प्रशंसनीय बात है | वह २०१३-२०१४ रणजी ट्रॉफी  के सितारे रहे हैं | उन्होंने १२२३ रन अपने हिस्से में डाले जिसमे ६ शतक भी हैं | जाधव ने भारतीय तथा वेस्ट जोन क्रिकेट टीम को भी कहीं बार प्रस्तुत किया है|

वह अपने आप में एक उभरते हुए सितारे हैं जोकी कभी पीछे नहीं हटते| ऑय पि अल में भी उनका योगदान बहुत रहा है | कोच्ची टस्कर्स केरेला के लिए जाधव ने ६ मैच लगातार खेले थे | दिल्ली ने उनकी वापिसी २० अरब पे की थी क्यूंकि दिल्ली उन्हें अपनी टीम में चाहती थी | २०१४ के खेल में केदार ने १४९ रन बनाये थे | २०१८ में चेनई ने इन्हे अपनी टीम में लेना चाहा और लिया भी जिसकी कीमत ७.८ करोड़ रही | इनके प्रदर्शन ने बहुत सफलता दिलाई है जोकि स्वाभाविक है | इनका खेलने का तरीका यक़ीनन कुछ लोगो से अलग है जो इन्हे भीड़ म,इ से अलग करता है और सफलता की और ले जाता है |

आंतरराष्ट्रीय खेलों में भी इनका प्रदर्शन अच्छा तथा प्रशंसनीय रहा है | केदार ने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय खेल नवंबर २०१४ में श्री लंका के खिलाफ पांचवे मैच में खेला हालंकि उनका प्रदर्शन उस समय इतना अच्छा नहीं रहा | जुलाई २०१५ में जाधव ने तीन ओ दी ऑय में खेला, तीसरे मैच में उन्होंने १०५ रन ८७ गेंदों पर बनाये जोकि बहुत प्रशंसनीय है | भारत वह मैच इस वजह से भी जीत गया था या ये कहा जा सकता है की उन्होंने भारत की जीत में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया है |

इस मैच की वजह से उन्हें टी२० में अपना पहला प्रदर्शन करने का मौका मिला | २०१७ में जाधव ७६ गेंदों पर १२० रन बनाये तथा विराट कोहली के साथ २०० रन की साझेदारी की जिस वजह से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ जीत हासिल की | ऑय सी सी ट्रॉफी २०१७ में जाधव ने भारत को इंग्लैंड के खिलाफ प्रस्तुत किया था और उसके बाद से वे भारतीय टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए  हैं | उन्होंने अपने आप को हर मोड़ पर साबित किया है हालाँकि कहि बार उनका प्रदर्शन वैसा नहीं रहा जैसी उन्हें उम्मीद थी पर वे कभी रुके नहीं और बस बढ़ते ही रहे हैं |

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