दोस्तो आज हम भारत के सड़क परिवहन मंत्री कौन है? (Who is the Minister of Road Transport of इंडिया)
के बारे में जानेंगे, यह GK कि दृस्टि से महत्वपूर्ण सवाल है।
भारत के सड़क परिवहन मंत्री: नितिन गडकरी जी
भारत के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय सड़क परिवहन से संबंधित कानूनों राष्ट्रीय राजमार्ग और परिवहन अनुसंधान के निर्माण प्रशासन के लिए महत्वपूर्ण निकायों में से एक है। सड़क परिवहन देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करता है।
यह देश के आर्थिक विकास की गति और संरचना को प्रभावित करता है। सन् 2014 से जब से बीजेपी के मोदी सरकार सत्ता में आई है तब से अब तक नितिन गडकरी जी परिवहन मंत्रालय का कार्यभार संभाल रहे है।हाल ही में 2019 में 17वीं लोकसभा चुनाव में भाजपा पार्टी की जीत के बाद नितिन गडकरी जी को एक बार फिर से परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
भारत में कुल माल का 60% और यात्री यातायात का करीब 85% सड़क मार्ग का ही उपयोग करते है।वर्तमान सरकार में नितिन गडकरी जी को परिवहन मंत्रालय के साथ ही सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है।
नितिन गडकरी जी का जन्म 27 मई 1957 को महाराष्ट्र राज्य के नागपुर शहर के एक मराठी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इनके जन्म के समय महाराष्ट्र राज्य को बॉम्बे स्टेट कहा जाता था। इनका पूरा नाम नितिन जयराम गडकरी जी है।इनके पिता जयराम रामचंद्र गडकरी एक किसान थे।
इनकी माता का नाम भानुताई था। गडकरी जी का परिवार किसान पृष्ठभूमि से आता है, जिस कारण इनका परिवार आर्थिक रूप से इतना संपन्न नहीं था। इसी के चलते नितिन गडकरी जी को परिवार और शिक्षा का समर्थन करने के लिए मासिक या अंशकालीन नौकरियां करनी पड़ती थी। इन्होंने एल०एल०बी की कि शिक्षा प्राप्त करने के बाद राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय महाराष्ट्र से एम०कॉम० की डिग्री प्राप्त की,इसके बाद इन्होंने बिजनेस मैनेजमेंट का डिप्लोमा भी हासिल किया।
नितिन गडकरी जी की बहन मनीषा किशोर तोता डे का विवाह सामाजिक कार्यकर्ता कंचन गडकरी के साथ हुआ था। नितिन गडकरी जी के सबसे बड़े बेटे का नाम निखिल गडकरी छोटे बेटे का नाम सारंग गडकरी और इनकी बेटी जो सबसे छोटी है जिसका नाम केतकी गडकरी है। गडकरी जी की तीनों संतानो का विवाह हो चुका है।
नितिन गडकरी जी को अपने पढ़ाई के समय सही राजनीति से विशेष लगाव हो गया था। इन्होंने सन् 1976 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सदस्यता ली थी। इन्होंने विद्यालय छात्रसंघ चुनावों में भाग लिया और नागपुर विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में सभी सीटों पर जीत भी हासिल की।
सन् 1981 में इन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के 28वें राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया था,जिसमें इन्हें नागपुर भारतीय जनता युवा मोर्चा का अध्यक्ष चुन लिया गया। 1990 में स्नातक के निर्वाचन क्षेत्र से इन्हें महाराष्ट्र के विधान परिषद् के लिए चुन लिया गया। 1995 में इन्हें महाराष्ट्र के लोक निर्माण विभाग के मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।1996 में इन्हें पहली बार महाराष्ट्र विधान परिषद का विपक्ष का नेता बनाया गया।
1990 से 2008 तक ये लगातार चार बार एमएलसी चुनावों में विजय रहे।2004 में इन्हें महाराष्ट्र भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके बाद सन् 2009 से 2013 तक इन्हें भाजपा पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। 2014 का लोकसभा चुनाव इन्होंने नागपुर सीट से लड़ा और इन चुनावों में भी इन्होंने जीत का स्वाद चखा। तब नरेंद्र मोदी सरकार में इन्हें पेहली बार केंद्रीय परिवहन मंत्री बनाया गया।
Who is the Minister of Road Transport of India?: Nitin Gadkari
नितिन गडकरी जी को केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे जी की मृत्यु के बाद सितंबर 2017 में शिपिंग और जल संसाधन मंत्रालय,नदी विकास और गंगा कायाकल्प मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया। 2019 में 17वें लोकसभा चुनाव में उन्होंने फिर से एक बार नागपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और अपने विपक्ष के कांग्रेस नेता नाना पटोले को 2 लाख से भी अधिक मतों के अंतर से हरा दिया। वर्तमान मोदी सरकार में नितिन गडकरी जी केंद्रीय परिवहन मंत्री हैं तथा श्री कृष्ण पाल जी परिवहन राज्य मंत्री है।
आइए हम आपको बताते हैं कि परिवहन मंत्रालय का गठन आखिर हुआ कैसे। सर्वप्रथम जुलाई 1942 को संचार विभाग को डाक विभाग और युद्ध के परिवहन विभाग में विभाजित किया गया। युद्ध के परिवहन विभाग के कार्यों के आवंटन में बंदरगाहों, रेलवे की प्राथमिकताओं, पेट्रोल राशन, सड़क और जल परिवहन और प्रड्यूसर गैस को रखा गया। युद्ध परिवहन विभाग युद्ध के समय में परिवहन के लिए जहाजों की मांगों, तटीय शिपिंग का प्रशासन और मुख्य बंदरगाहों के विकास के कार्य को करना था।
इसके बाद 1957 को युद्ध परिवहन विभाग को संचार मंत्रालय और परिवहन मंत्रालय में विभाजित किया गया। 25 जनवरी 1966 को राष्ट्रपति जी के आदेश के द्वारा परिवहन,जहाजरानी और पर्यटन विभाग को परिवहन और विमानन मंत्रालय में रखा गया। 13 मार्च 1967 को परिवहन और विमानन मंत्रालय को परिवहन और जहाजरानी मंत्रालय एवं पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय में विभाजित किया गया।
फिर 22 अक्टूबर 1986 को परिवहन मंत्रालय के तहत भूतल परिवहन विभाग को भूतल परिवहन मंत्रालय के रूप में बदल दिया गया। 15 अक्टूबर 1999 को भूतल परिवहन मंत्रालय को नौवहन विभाग और परिवहन एवं राजमार्ग विभाग में फिर से आवंटित किया गया।
17 नवंबर सन् 2000 को भूतल परिवहन मंत्रालय को सड़क परिवहन मंत्रालय एवं राजमार्ग और नौवहन मंत्रालय में विभाजित कर दिया गया। तत्पश्चात 2 अक्टूबर सन् 2004 में शिपिंग और सड़क परिवहन मंत्रालय को एक साथ विलय करके शिपिंग मंत्रालय,सड़क परिवहन और राजमार्ग के रूप में फिर से बदल दिया गया। जिसके तहत नौवहन एवं सड़क परिवहन और राजमार्ग विभाग रखें गए।
सड़क परिवहन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले अधिनियमों में सड़क परिवहन निगम अधिनियम 1950, राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम 1956, मोटर वाहन अधिनियम 1988, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अधिनियम 1988 शामिल है। भारत 4885000 कि०मी० सड़क नेटवर्क के साथ दुनिया के सबसे लंबे सड़क नेटवर्कों में गिना जाता है। जिसके अंतर्गत 92,859 कि०मी० लंबे राजमार्ग, 1,42,687 कि०मी० राज्यों के राजमार्ग, 46,49, 462 कि०मी० लंबी अन्य सड़कें शामिल है। सड़क परिवहन मंत्रालय के विकास के लिए 2014-13 के बजट में 19,424 करोड रुपये आवंटित किए गए।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी सड़क परिवहन मंत्रालय का जिम्मा बहुत ही अच्छे से संभाल रहे है और बहुत ही तेजी से सड़कों के विकास का कार्य हो रहा है। भारत के सड़क परिवहन मंत्री कौन है? के इस अंक से जुड़ी सभी सामान्य जानकारियां आपको कैसी लगी हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके अवश्य बताइएगा। मिलते है आपसे अगले किसी नए अंक में कुछ नई जानकारियों के साथ।
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