चलो दोस्तों आज उत्तराखंड की राजधानी का नाम क्या है? Capital of Uttarakhand के बारे में जानते हैं यह एक Hindi G.K. का बहुत ही महत्वपूर्ण का सवाल है|
उत्तराखंड भारतवर्ष का 27 वां राज्य के रूप में जाना जाता है यह भारत का धार्मिक स्थल भी है इसकी राजधानी देहरादून है उत्तराखंड को देव भी कहा जाता है हिंदू धर्म अनुसार भारत वर्ष की पवित्र नदियां गंगा यमुना का उद्गम स्थल गंगोत्री गंगोत्री यमुनोत्री के पदों पर स्थित है यहां की राजभाषा हिंदी है|
यहां की राजभाषा हिंदी और संस्कृत है पुराणों के अनुसार उत्तराखंड पांच भागों में बांटा गया है नेपाल, पूर्वांचल कुमाऊं गढ़वाल, जालंधर हिमाचल प्रदेश, कश्मीर, उत्तराखंड के पौड़ी से हिमालय का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है उत्तराखंड में केदारनाथ गंगोत्री अल्मोड़ा मसूरी देहरादून चकराता उत्तराखंड में पाए जाते हैं|
उत्तरभारत में स्थित पर्वतों, झरनों, नदियों और हरियाली से सजा खूबसूरत राज्य उत्तराखंड, जिसकी राजधानी है देहरादून।देहरादून एक प्यारा सा शहर जहाँ के शिक्षण संस्थानों में दूर-दूर से हज़ारो विद्यार्थी पढ़ने आते है,और इस बात का एहसास ही रोमांचित कर देता है की प्रकृति की गोद में बसे देहरादून में रहकर पढ़ने का अनुभव लाजवाब ही है।
उत्तराखंड की राजधानी क्या है:देहरादून
तो आइये जानते है उत्तराखंड और इसकी राजधानी देहरादून के बारे में क्या है खास, उत्तराखंड राज्य में मुख्य रूप से निवासरत पहाड़ी समुदायों की मांग पर उत्तरप्रदेश राज्य से इस हिस्से को चिन्हहित कर ९ नवंबर २००० को एक नए राज्य उत्तराखंड का गठन हुआ और इस राज्य की राजधानी देहरादून को बनाया गया क्यूंकि यह एक आधुनिक सुविधाओं के साथ बसा हुआ उत्तराखंड राज्य का सबसे बड़ा शहर भी है।उत्तराखंड राज्य का क्षेत्रफल ५३४८३ वर्ग किलोमीटर है।
What is the Capital City of Uttarakhand: Dehradun
भारत देश के राज्यों की सूचि में यह राज्य २७ वें क्रम में जोड़ा गया राज्य है।इस राज्य की सीमायें उत्तर में तिब्बत और पूर्व में नेपाल देश से लगी हुई है और पश्चिम में हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में उत्तरप्रदेश राज्य इस राज्य की सीमा से लगे हुए राज्य है।
इस राज्य में हिन्दुओं की पवित्रतम और सबसे बड़ी नदियां गंगा और यमुना अपने उद्गम स्थल क्रमशः गंगोत्री और यमुनोत्री से निकलती है।इन नदियों के तटों पर वैदिक संस्कृति के कई महत्वपूर्ण तीर्थ स्थान भी है। श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री ये चारों धाम भी इसी राज्य में है।
देहरादून उत्तराखंड राज्य की अस्थाई राजधानी बनाई गई थी, भौगोलिक दृष्टि से गैरसैण को इस राज्य की स्थाई राजधानी के रूप में देखा जाता है किन्तु गैरसैण में आधुनिक सुविधाओं की कमी के चलते राज्य क गठन के १९ साल बाद भी यह संभव नहीं हो पाया है।
सियासी तौर पर इस मुद्दे को लेकर पक्ष-विपक्ष की पार्टियां कभी-कभी तर्क रख लेती है पर बातआज भी वहीं की वही है।राज्य में कुल ५ लोकसभा सीटें ७१ विधानसभा सीटें है वर्त्तमान में सत्ता पक्ष बीजेपी की है और राज्य के मुख्यमंत्री माननीय त्रिबेन्द्र सिंह रावत जी है, राज्य की राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्या जी है।इस राज्य का उच्च न्यायालय नैनीताल जनपद में है।
भागीरथी-भीलांगना नदियों पर बना टिहरी बाँध जो इस राज्य क साथ-साथ दिल्ली, उत्तरप्रदेश के लिए भी विद्युत उत्पादन में विशेष योगदान रखता है।यहाँ के पर्यटन को बढ़ावा देने क लिए समय समय पर सरकारें विशेष कार्यक्रमों का सञ्चालन भी करती रहती है। देहरादून,मसूरी, नैनीताल,ऋषिकेश,ओली,हरिद्वार जैसे स्थल फिल्म सूटिंग के लिए हमेश से राज्य का रूख करते रहे है।
हरिद्वार में गंगा ब्रह्मघाट पर सबसे पवित्र रूम में विरल धरा के साथ बहती है जिस कारण पितरों के तर्पण, अस्थि विसर्जन, होम, हवन इत्यादि के लिए भी हर वर्ष लाखो श्रद्धालु इस राज्य का रुख करते है।कुम्भ मेला हो कावड़ मेला हो या कोई भी धार्मिक अनुष्ठान हरिद्वार देश ही नहीं विदेशी पर्यटकों का भी पसंदीदा देव स्थान है और ऋषिकेश में तो आपको पूरे साल विदेशी पर्यटक निवास करते हुए दिख ही जाते है|
यहाँ की योग संस्कृति,योग सबको आकर्षित करती है। इन्ही सबको ध्यान में रखते हुए देहरादून में जॉली ग्रांट एयरपोर्ट बने गया ताकि पर्यटन की दृष्टि से यातायात भी सुगम्य मिले और वर्त्तमान सरकार ने इसमें एक सुविधा और जोड़ दी है अब जॉली ग्रांट इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी है। देहरादून को यातायात की दृष्टि से हवाई सेवा, रेल सेवा और सड़क परिवहन के लिए भी बेहतर से बेहतर किया गया है।
देहरादून के प्रमुख शिक्षण संसथान भारतीय सैन्य अकादमी, भारतीय वन सेवा जिनमें देश के कोने-कोने से छात्र चयनित होकर आते है और गौरवान्वित महसूस करते है। उम्मीद है उत्तराखंड की राजधानी देहरादून आपको पसंद आई होगी जो हमेशा से पसंद है।
दोसतों उम्मीद है की उत्तराखंड की राजधानी का नाम क्या है? Capital of Uttarakhand के बारे में पढ़ कर आपको ख़ुशी हुई होगी।
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