गणित के जनक कौन है? I Who Invented Mathematics in Hindi

दोस्तोँ आज हम जानेंगे की गणित के जनक कौन है?  (Who Invented Mathematics in Hindi)| यह सवाल में जनरल नॉलेज पूछा जा सकता है|

गणित के जनक कौन है? (Who Invented Mathematics in Hindi)

MATH KE JANAK KAUN HAIN

गणित किसी एक व्यक्ति ने नहीं कई सरे लोगो ने मिल के बनायी है वैसे आर्किमिडीज को गणित का जनक माना गया है| और ज्यामिति गणित के जनक युक्लिड, त्रिकोणमिती गणित के जनक हिप्परकुस को कहा गया है| आगे इसी लेख में हम और भी जनक भारत की दृस्टि से भी जानेंगे|

पृथ्वी गोल है। यह दुनिया का सत्य है और सत्य को कोई नहीं बदल सकता। सत्य सिर्फ यह नहीं सत्य यह भी है कि ‘जीवन एक खेल है’। जहाँ हम सब मनुष्य खिलाड़ी। जिनका मकसद इस जिंदगी के खेल में प्रथम आने का है। जिंदगी हम खिलाड़ियों का हर मोड़ पर परीक्षा लेती है।

मनुष्य यह सब परीक्षा के लिए तैयार नहीं रहता इसीलिए घबराहट महसूस करता है जो कि लाजमी भी है क्योंकि यह परीक्षा बिन बुलाए मेहमान जैसी है। लेकिन एक परीक्षा वह है जो सभी को याद रहती है और सब उसके लिए दिन-रात तैयारियां भी करते हैं। वह है स्कूल की परीक्षा। खासकर गणित की परीक्षा।

जब भी युवा अवस्था में गणित सब्जेक्ट का नाम आता है तो सभी विद्यार्थियों के मन और मुख पर एक नाम की खोज जरूर रहती है कि आखिर! गणित के जनक कौन थे? कौन था वह इंसान जिसने हम बच्चों पर गणित का बोझ रख दिया। उस इंसान के बारे में जानने से पहले आप गणित का इतिहास पढ़े।

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गणित का इतिहास

गणित का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं केवल उतना ही पुराना है जितनी यह दुनिया का अस्तित्व पुराना है। दरअसल अगर यह कहा जाए कि दुनिया सिर्फ दो चीजों पर टिकी है वह है ‘विश्वास’ और दूसरा ‘गणित’। यह कहना गलत नहीं होगा। क्योंकि गणित हर जगह वास करता है। अर्थात सभी मानवों को अपनी पूर्ण जिंदगी में गणित का इस्तेमाल जरूर करना होता है। इसके बिना समाज में सब कुछ अधूरा है। आप समाज में कुछ भी करना हो तो आपको अपनी फील्ड का हिसाब किताब होना चाहिए। यही हिसाब किताब एक गणित है।

गणित को अध्ययन का क्षेत्र कहा जाता है। प्राचीन काल से गणित का रिश्ता किसी मूल्य की जांच से है। साल दर साल इस विषय ने भी भिन्न भिन्न आविष्कार देखे। अधिकांश हर देश ने वहाँ रह रहे महान इंसानों ने इस विषय को बेहद ऊंचाई देने में सहयोग किया।

उन देशों में भारत देश का नाम भी आता है जिसने गणित को ऐसे मुकाम पर पहुंचाया। गणित को समय समय पर सहयोग मिले जिन्होंने इस विषय को विश्व मे सबसे उच्च दर्ज का सब्जेक्ट बनाया। उन्हें गणित के जनक की उपाधि दी गई। जानते हैं ऐसी शख्सियत के बारे में जिन्होंने मैथ्स में अपना फार्मूला के रूप में योगदान दिया।

  • जीरो:- जीरो गणित में ऐसा मूल्य है जिसका इस्तेमाल किसी नम्बर के पहले हो तो कोई भी उसकी असल कीमत नहीं समझता लेकिन जैसे ही यह किसी नम्बर के पीछे आ जाए तो यह कमाल कर देता है। इसी जीरो की खोज भारत में जन्मे गणित के जनक आर्यभट्ट जी ने की थी। जीरो के बिना गणित की कल्पना करना बेकार है।
  • अलजेब्रा:- यह गणित का सबसे मुख्य भागों में से एक है। इसका अर्थ है टूटे हुए भागों को फिर एक करना। यह तीसरी शताब्दी में अलेक्ज़ेड्रिया के डियोफैंटस के द्वारा लिखा गया था।
  • अंतर (difference):- यह विषय भी गणित में अपनी मुख्य भूमिका दर्ज करता है। इसकी खोज गॉटफ्रीड विल्हेम लीबनीज ने की थी जिसका अध्ध्यन या यूं कहें इस्तेमाल स्कूल के बच्चे करते हैं खासकर बड़ी कक्षा में।
  • पाइथागोरस:- अगर जिस व्यक्ति ने इसका नाम नही सुना शायद वह गणित के मूल रूप से फिलहाल अछूता है। यह फार्मूला आने के बाद गणित की परिभाषा में बदलाव देखने को मिला। इसकी फार्मूला की खोज करने वाले पैथोगोरस के नाम पर ही इस फार्मूला का नामकरण हुआ।
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अतः में हम यही कहना चाहेंगे कि गणित को अपना दोस्त बनाए एक मजबूरी में पढ़े जाने वाला विषय नहीं। क्योंकि गणित के बिना आप मानसिक तौर पर विकसित नहीं कर सकते। यह विषय आपके पूरी जिंदगी में काम आएगा।

उम्मीद है आपको यह ब्लॉग अच्छा लगा होगा और अब से आप गणित के जनक पर गुस्सा नहीं बल्कि गर्व महसूस करेंगे कि उन्होंने हमें ऐसे शानदार विषय को हमें आसानी से समझने का मौका दिया।

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