Really Heart Touching Sad Love Story in Hindi | कहानी जो दिल को छु जाये
दुनिया जिसे कहती है जादू का खिलौना मिल जाये तो मिटटी खो जाये तो सोना। मसलन अगर हम जिंदगी में किसी चीज़ को पाना चाहते हो तोह, पूरी शिद्दत के साथ उसे पाने में लग जाते है, लेकिन जब वही चीज हमें मिल जाती है तोह उस चीज़ को हमारे जीवन में बरकरार रखने के लिए कोई मेहनत नही, कोई प्रयास नही।
मैं आज इसी वाकया पर एक बेहद दिल को छू जाने वाली सब के सामने प्रस्तुत करना चाहता हूँ।
यह कहानी है उन दो प्रेमियों की जब वह कॉलेज में थे, उन दोनों का स्वभाव एक दूसरे से बिलकुल अलग था, अगर किसी को नृत्य अछा लगता था तोह दूसरे को नृत्य देखना भी पसंद नही था, एक को दूसरों से मिलना जुलना पसंद था जबकि दूसरे को किसी की कंपनी की कोई जरुरत नही वह अपना अकेली ही कोने में पढ़ती रहती।
भाविका जो पढ़ाई में हमेशा उतीर्ण आती थी, पर कक्षा में उसका कोई दोस्त नही, सारे उसे चश्मिश–चश्मिश बुला क्र चिढ़ा ते थे। बाहरवीं के बाद उसका दाखला संत. स्टीफेंस कॉलेज में छात्रावास के कारन हुआ। और उसी कॉलेज में एक बेफिकरा अविनाश ने भी दाखला लिया, वह पढाई में थोड़ा कम होशियार था परंतु वह हमेशा हँसता और हँसाता रहता, सारे उसे बेहद नजदीक रहते। लड़कियां भी अविनाश की दोस्त बनना चाहती थी पर दूसरी तरफ भाविका जो हमेशा पढ़ती रहती थी, उसे इन सभ चीज़ों से कोई फर्क नही पड़ता।
अविनाश का कुछ ही महीनो में पूरे कॉलेज में नाम होगया। परंतु एक दिन वह सभ लेबोरेटरी में थे वही भाविका और अविनाश को एक टीम बनाया गया, पर उस 3 घंटे में उनकी दोस्ती काफी अच्छी होगयी। और फिर क्या था, वह दोनों मिलने लगे, भाविका ने अविनाश की पढाई में काफी सहायता की और अविनाश भी भाविका को भी अकेला नही छोड़ता था। जो भाविका को कॉलेज में चिढ़ाथे थे वह अभ इन दोनों की जोड़ी देख सारे जलते थे।
अविनाश एक बार जो बोलता था भाविका उसके लिये असाइनमेंट्स, प्रोजेक्टड आदि बना दिया क्र देती थी। एक दिन जब अविनाश कॉलेज कैंटीन में अपने दोस्तों के साथ बैठा हुआ था, भाविका उस वक़्त क्लास के लिये गयी हुई थी, तोह एक दोस्त ने अविनाश से पूछा की तू भाविका से कुछ बात भी क्र लेता, उससे तोह कोई भी बात नही करता तेरे अलावा इस पूरे कॉलेज में, तोह अविनाश ने भाविका का मज़ाक उड़ाते हुए कहा” यार में तोह कहता हूं कि सभकेँ जीवन में भाविका जैसी लड़की होनी चाहिये ताकि उसे कोई भी काम कभी न करना पर्रे। उसने बोला की में भाविका को इस्तेमाल कर रहा हूँ क्युकि वह ही मेरा सारा काम कर देती हैं मेरे को कुछ करना ही नही पड़ता, में तोह अपनी ज़िन्दगी से बहुत खुश हूं।
पर वही जब भाविका अपनी कक्षा की ओर जा रही थी उसी बीच उसके मोबाइल पर मैसेज आया की आज की कक्षा रद्द हो गयी है। तो वह कैंटीन की तरफ वापस चली जा रही थी जहा अविनाश की अपने लिये इतनी कटाक्ष बातें सुनी और रोते हुए वहा से घर चली गयी, वह दो दिन तक कॉलेज नही आयी उसने अविनाश के फ़ोन कॉल्स उठाना भी छोड़ दिया। जब वह कॉलेज कुछ दिन बाद आयी, तोह सबसे पहले अविनाश उससे आकार मिला और उससे पूछा की वो इतने दिन कॉलेज क्यू नही आयी, लेकिन भाविका ने उसे सभ के सामने नजरअंदाज किया और वहाँ से चली गयी।
लेकिन अविनाश को अभ तक इस बात की भनक लाघ्गयी थी की उससे कोई बहुत बड़ी गलती हुई है। कुछ घंटे बीते और अविनाश ने भाविका को कैंटीन में कोने में अकेले एक किताब पढ़ते देखा, वह तुरंत भाविका के पास जाकर उससे पूछा की उसे आखिर हुआ क्या ?, अविनाश के लाख पूछने पर भाविका ने रोते हुए कहा कि अवि अगर तुम्हें अपना असाइनमेंट्स और प्रोजेक्ट्स बंनाने थे तोह मुझे वैसे भी बोल दे देते में तब भी बना देती, लेकिन तुमने मेरा सब के सामने मज़ाक बना दिया तुमने, भाविका ने अविनाश को कहते को म्यूच्यूअल फण्ड भी कहते हुए सुना था। तोह उस पर भाविका ने अविनाश को गुस्से से बोलते हुए बोला की अवि अगर कोई म्यूच्यूअल फण्ड इंटरेस्ट अच्छा दे तोह उसे कभी तोड़ा नही करते। भाविका बोली की शायद तुम्हे यह समझ में न आएं।
यह जब कह कर भाविका कैंटीन से बहार जाने चली लगी तभी पीछे से अविनाश की आवाज आई, की भाविका तुम मुझसे पूछती रहती थी, की मेरे तोह कितने ही सुन्दर सुन्दर लड़कियां दोस्त है तोह तुम मेरे साथ ही क्यों घूमते हो और में बस हंस दिया करता था। तोह आज मैं तुम्हे उस सवाल का जवाब देना चाहता हूँ, भाविका यह सुनकर पीछे मुड़ी तो उसने देखा की अविनाश एक टेबल पर खड़ा होकर बोल रहा है, वह आश्चर्यचकित देख खड़ी रह अविनाश को देख रही थी। अविनाश बोला की में हमेशा तुम्हारे ही साथ ज़्यादा समय बिताता था, मुझे तुम्हारे साथ ही पढाई करने में असली मज़ा आता था क्युकि में तुम से प्यार करने लगा हूँ।
भाविका ई लव यू उसने सभकेँ सामने उसे बोला, भाविका स्तब्ध थी उसके आँखों में आँसू आगये, वह बोली अवि यह तुम क्या बोल रहे हो! तोह अविनाश ने फिर बोला की भाविका क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी, यह कहते हुए वह टेबल से नीचे उतरा और उसी वक़्त भाविका भागते हुए अविनाश को जोर से सीने से लगा लिया। सारे लोग जो वहाँ कैंटीन में खरे थे यह सभ देख तालिया मारने लगे। उस दिन से भाविका और अविनाश काफी पास आ गए, कॉलेज में वह दोनों क्यूटेस्ट कपल से मशहूर होगये। यह सिलसिला साल भर चलता रहा। और अंत में उनका कॉलेज से फेयरवेल का दिन भी आगया, सभी लोग फेयरवेल के दिन काफी खुश थे, सारे नाच रहे और गुनगुना रहे थे।
अविनाश और भाविका भी काफी खुश थे, लेकिन भाविका का अगले दिन एक बहुत बड़ी कंपनी के लिये इंटरव्यू था। तो वह फेयरवेल पार्टी से जल्दी ही घर के लिये चली गई। अगले दिन भाविका बेहद खुश होकर क्युकि उसका चयन उस कंपनी के लिये होगया था बताने के लिये अविनाश के घर पहुँची।
वह उसने नेहा को देखा, नेहा जो भाविका से बहुत जलती थी उससे बेहद नफरत करती थी क्युकि वह अविनाश की गर्लफ्रेंड बनना चाहती थी। भाविका ने नेहा को देख पूछा तुम अविनसः के घर पर क्या कर रही हो तो नेहा बोली की कल रात हमें पार्टी में काफी लेट होगया था और हमने पि भी रखी थी तोह अविनाश ने मुझसे पूछा की तुम आज रात मेरे घर में ही रुक जाओ।
नेहा ने फिर बोला की अगर तुम्हें कोई जरूरी काम है अविनाश से तोह तुम में उसे जा कर उठा देती हूँ, वह अभी भी बेड पर सो रहा है। भाविका ने नेहा की यह बातें सुन लगा की शायद अविनाश नए उसे धोखा दिया, चीट किया हैं और वह वहा से रोते रोते चली गयी। उस दिन से अविनाश और भाविका में कोई बात चित न रही। अविनाश ने भाविका को ekससौ कॉल किये लेकिन भाविका नए एक का भी जवाब नही दिया। लेकिन कहते हैं ना जोड़ियां तोह ऊपर से ही बन कर आती है, कई साल बीत गए अभ भाविका एक मैनेजमेंट कंपनी में इंटर्न थी ।
अविनाश भी अब एक अच्छा हास्यकार बन चूका था। भाविका की कंपनी नए अविनाश को एक नया मेनेजर देने का कॉन्ट्रैक्ट किया। परंतु भाविका इन सब से बिलकुल अंजान थी। एक दिन जब अविनाश भाविका के कार्यालय आया तोह वहाँ उन दोनों की मुलाकात हुई, पर दोनों नए एक दूसरे को देकते ही एक दूसरे से मुह फेर लिया। अविनसः नए अपने मेनेजर के तौर पर भाविका को चुना क्युकि वह अपने प्यार ठुकराने का बदला लेना चाहता था। भाविका से वह रविवार को भी काम करवाता था।एक दिन संयोंग से भाविका की मुलाकात नेहा से हुई जो अभ अविनसः की नई गर्लफ्रेंड थी।
यह देख भाविका के दिल को ठेस पहुंची, वह दुखी होने के कारण शाम को अपने दोस्त के साथ क्लब में बियर पीने चली गयी।आयेशा की अपने दोस्त को यु दुखी देखना अच्छा नही लगा तोह उसने उससे पूछा की आकिर वह दुखी क्यू है? तोह भाविका ने आयेशा को अपने और अविनाश के बारे में सभ कुछ बताया। सभ कुछ सुनने और समझने के बाद आयेशा ने भाविका से पूछा की जाभ वह फेयरवेल के दूसरे दिन अविनाश के घर पहुँची तोह क्या उसने वह अविनसः को सोते हुए देखा, तोह भाविका नए जवाब में कहा ‘नही’, यह सुन आयेशा नए भाविका को बोला की शताड़ नेहा झूट बोल रही हो की वह दोनों साथ में सोये थे। भाविका अब काफी बातें समझ में आने लगी थी।
परंतु जब तक वह अविनाश से कुछ बात कर पाती, नेहा नए उसे अविनसः की मेनेजर के रूप से निष्कासित कर दिया। पर अब भाविका का अविनाशसे मिलना बहुत जरुरी था तोह वह सीधा अविनसः के सेट पाए जा पहुँची, भाविका को देख नेहा को काफी गुस्सा आया, पर भाविका के लाख निवेदन पर अविनाश उससे मिलने के लिये तैयार होगया। भाविका नए जब अविनसः से उस दिन के बारे में पूछा तोह वह बोला की रात काफी होगयी थी और लड़कियों पि भी रखी थी तोह मैंने सोचा इन्हे आज रात के लिए अपने घर में रहने देता हूँ और में खुद रवि के घर चला गया था।
तोह भाविका अब बोली की में फेयरवेल के दूसरे दिन तुम्हारे घर आयी थी पर मेरेको नेहा मिली तुम्हारे घर पर, जाभ इससे मैंने तुम्हारे बारें में पूछ तोह वह बोली तुम दोनों कल एक साथ सोये थे। मुझे लगा तुमने मेरेको धोका दिया है।जब अविनसः ने यह बात नेहा से पूछी तोह उसकी छुपी ही सत्य प्रकाशित कर रही थी।
अविनाश को यकीन होगया की नेहा नए भी उसे धोखा दिया है। वह वह से बिना कुछ कहे चला गया। एक दिन जब वह अपने शो क्र रहा था वह अचानक से भाविका आयी और दोनों काफी मुटाव हुए परंतु जब अविनसः वह से नाराज़ होकर जाने लगा तोह भाविका वही पर जैसे कॉलेज के समय कैंटीन के टेबल पर अविनसः नए भाविका को ई लव यू बोला था, उसी तर्रह भाविका नए भी टेबल पर चढ़ कर अविनाश को ई लव यू (I Love you.) बोला जिससे अविनसः का गुस्सा शांत होगया और भाविका के लिये वही पुराना प्रेम उम्र पड़ा।
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राज