PhonePe किस देश की कंपनी है ? | PhonePe Kis Desh Ki Company Hai ?
PhonePe एक डिजिटल वॉलेट प्लेटफ़ॉर्म और ऑनलाइन भुगतान कंपनी है जिसका मुख्यालय बैंगलोर, भारत में है. इसकी स्थापना दिसंबर 2015 में हुई थी. समीर निगम, राहुल चारी और बुर्ज़िन इंजीनियर इसके संस्थापक है. यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) पर आधारित PhonePe ऐप अगस्त 2016 में लाइव हुआ था.
PhonePe ऐप 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है. इसका उपयोग करते हुए, उपयोगकर्ता पैसे भेज सकते हैं और प्राप्त कर सकते हैं, मोबाइल, डीटीएच, डेटा कार्ड रिचार्ज कर सकते हैं, उपयोगिता भुगतान कर सकते हैं, दुकानों पर भुगतान कर सकते हैं, कर बचत कोषों में निवेश कर सकते हैं, लिक्विड फण्ड खरीद सकते हैं, बीमा, म्यूचुअल फंड और सोनाखरीद सकते हैं. इसके अलावा PhonePe उपयोगकर्ताओं को स्विच प्लेटफॉर्म के माध्यम से ओला राइड्स बुक करने, रेडबस टिकटों का भुगतान करने, फ्रेशमेनू, ईआरएफ, फिट और गोएबिबो फ्लाइट और होटल सेवाओं का लाभ उठाने की अनुमति देता है.
PhonePe को भारत के 400 शहरों में भोजन, यात्रा, किराने का सामान, दवाइयां, मूवी टिकट आदि ऑफ़लाइन और ऑनलाइन मर्चेंट आउटलेट पर 10 मिलियन से अधिक भुगतान विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. फ़ोन पे एप्लिकेशन ने जून 2018 में 100 मिलियन उपयोगकर्ता का आंकड़ा पार किया और दिसंबर 2019 में 5 बिलियन लेनदेन को पार कर गया.
वर्तमान में इसके 200 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं. कंपनी ने जनवरी 2020 में PhonePe ATM लॉन्च किया. PhonePe एटीएम पड़ोस के किराना स्टोर को ग्राहकों को वास्तविक समय में नकदी निकालने की अनुमति देता है.
22 अगस्त 2014 को फोनपे को भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा प्राधिकृत संख्या के साथ प्रीपेड भुगतान प्रणाली जारी करने और संचालन के लिए लाइसेंस दिया गया है.
लॉन्च के 3 महीने के भीतर, ऐप को 10 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं द्वारा डाउनलोड किया गया था. 2018 में, Google Play स्टोर पर 50 मिलियन बैज पाने के लिए PhonePe सबसे तेज़ भारतीय भुगतान ऐप बन गया. इस ऐप ने अगस्त 2017 में BHIM को UPI लेनदेन में मार्केट लीडर के रूप में पीछे छोड़ दिया.
इसका व्यापारियों को ऐप पर सभी UPI- आधारित ऐप्स, डेबिट और क्रेडिट कार्ड, साथ ही वॉलेट (थर्ड पार्टी वॉलेट सहित) के माध्यम से भुगतान स्वीकार करने में मदद करता है.
PhonePe का सफर (Phone pe के मालिक)
इसका पहले नाम FxMart था जो एक इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट्स कंपनी थी. इसको 26 अगस्त 2014 को काम करने का लाइसेंस मिला. PhonePe को दिसंबर 2015 में शामिल किया गया था. अप्रैल 2016 में, कंपनी का अधिग्रहण फ्लिपकार्ट द्वारा किया गया था. फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण के एक हिस्से के रूप में, FxMart लाइसेंस को इसमें स्थानांतरित कर दिया गया था और इसे PhonePe वॉलेट के रूप में रीब्रैंड कर दिया गया था.
फोनपे के संस्थापक समीर निगम को कंपनी के सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया था और वर्तमान में वह इस पद पर कार्यत है. कंपनी का कार्यालय बेंगलुरु में है. इस ऐप को देश के टॉप 5 डिजिटल पेमेंट ऐप्स में शामिल किया जाता है. इससे यूजर्स चैट भी कर सकते है और ट्रांसैक्शन सर्विसेज का इस्तेमाल कर सकते है. अपने फ़ास्ट और सिंपल लुक की वजह से फ़ोन पे ऐप बहुत फेमस हो चला है.
अगस्त 2016 में, कंपनी ने यूपीआई-आधारित मोबाइल भुगतान ऐप लॉन्च करने के लिए यस बैंक के साथ भागीदारी की, जो सरकार समर्थित यूपीआई प्लेटफॉर्म पर आधारित है.
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