समय का सदुपयोग
समय यानि काल चक्र, समय वो वस्तु है जो किसी के रोके नहीं रोकी जा सकती| इस सृष्टि के आरम्भ में भगवन विष्णु ने सबसे पहले काल का हीं निर्माण किया था| काल यानी समय|
समय का सदुपयोग पर निबंध | Samay ka Sadupyog Essay in Hindi
समय एक बार बीत गया तोह कभी वापस नहीं आता| आज के ज़माने में इंसान समय की क़द्र बिलकुल नहीं करता| वक़्त हर एक इंसान के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है| वक़्त का सही उपयोग करना अति आवश्यक है क्योंकि सही समय पे सही कार्य उनती का मार्ग होता है| इसका दुरूपयोग जीवन को बर्बाद कर देता है| वक़्त से पहले ना किस्मत से ज़यादा किसी को कुछ नहीं मिलता| इसलिए दुनिया समय के अनुसार चलती है| समय पे जागना, समय पे नहाना, समय पे खाना, समय पे अपने कार्य पे जाना, समय पे घर आना, समय पे सोना ये सभी कार्य समय के अनुसार किये जाते है| हमारे इतिहास में समय को सर्वश्रेठ महत्व दिया गया है|
रामायण में बहुत ही सुन्दर शब्दों में समय का महत्व समझाया गया है – “का वर्षा जब कृषि सुखाने-समय चूकि पुनि का पछिताने” अर्थार्थ जब कृषि सुख गयी तोह उसे वर्षा मिलने का क्या लाभ , जिस समय जल की आवश्यकता थी तब जल दिया नहीं कृषि को अब उसके सूखने पे क्या पछताना|
समय का मूल्य
आज के युग में समय हर एक दिन उसका मूल्य बढ़ते जा रहा है| इंसान को समय के साथ कदम से कदम मिलाके चलना पड़ता है वरना दुनिया आगे निकल जाती है और जो समय के साथ नहीं चलता वह दुनिया में पीछे रह जाता है और उसके आस-पास कोई नहीं होता| समय ही इंसान को बनाता है, समय ही इंसान को बिगड़ता है इसलिए इंसान को अपने अच्छे समय में अपने बुरे समय को कभी नहीं भूलना चाहिए क्योंकि वक़्त बदलते देर नहीं लगती| समय कभी भी एक सा नहीं रहता, समय का काम है बदलते रहना| धरती पे समय की गति बहुत तेज़्ज़ रहती है वहीँ अंतरिक्ष में यह समय इतना धीमे है की स्वर्ग के १००० दिन धरती के एक युग बीतने के बराबर है|
समय ने ही दुनिया बनाई है और समय ही दुनिया को नष्ट करेगी| समय किसी भी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं रुकता, चाहे वह व्यक्ति भगवान क्यों न हो| समय के परिवर्तन के चार चरण है| सतयुग, त्रेता, द्वापर, और कलयुग जिस समय में हम रह रहे है | समय का चिन्ह एक पहिया माना जाता है जो की हमेशा घूमता रहता है| बी.र चोपड़ा द्वारा निर्मित महाभारत १९८८ में समय कौन है क्या है बहुत ही विस्तृत रूप में प्रकाशित किया गया है| यदि इंसान को अपने जीवन को सफल और भाग्यशाली बनाना है तोह समय को महत्व देना अति आवश्यक है| अपने समय को ना भूतकाल से जोड़े ना भविष्य से जोड़े, जो है आज को समझे और उसे भरपूर रूप से जीए और उसको पूरा सम्मान दे|
भगवान व समय
इस धरती पर भगवान ने समय समय पे मानव के कल्याण के लिए कई बार अवतार लिए| हम मनुष्यों को मानवता की शिक्षा दी, जीवन जीने के तौर तरीके बताये, गीता के उपदेश सुनाये, तप, त्याग, कर्त्तव्यपालन, वचन, अनुशासन के कई उद्धरण रखे परन्तु समय को कभी नहीं रोका और ना खुद समय के विपरीत गए| स्वयं समय की रचना करने वाले भगवान खुद भी समय के वशीभूत होके कर्त्तव्य पालन करते है| विधार्थियों के जीवन में समय सबसे अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि उनके जीवन निर्माण का सही समय पढ़ने लिखने की उम्र में ही होता है, उस समय के बाद इंसान कभी वह चीज़ नहीं सीख सकता जो पढ़ने लिखने वाली उम्र में सीख सकता है|
समय का सही उपयोग कठोर परिश्रम करके नहीं बल्कि अपनी दिमाग का परिश्रम करके किया जाता है| बहुत खूब लिखा है गीतकार इंदीवर ने “सोचना क्या जो भी होगा देखा जायेगा, कल के लिए आज को न खोना, आज ये न कल आएगा”| आज के समय हर इंसान धन के पीछे भागता है परन्तु धन से भी सबसे मूल्यवान समय है| समय की कोई कीमत नहीं समय सबसे मूल्यवान है| हमे समय के सदुपयोग के लिए समय प्रबंधन बना के रखना चाहिए| प्रत्येक व्यक्ति को बेहतर भविष्य के लिए समय पर सभी चीज़ों को स्वीकार करने की क्षमता होनी चाहिए, जिससे उसकी ज़िन्दगी कुशल बन जाएगी। हम जितनी अधिक कुशलता से अपना कार्य करेंगे, उतना ही अधिक समय हम भविष्य की परियोजनाओं के लिए दे सकते है|
इतिहास व समय
यदि हम इतिहास की सभी महत्वपूर्ण घटनाओं को देखे तोह, हम देख सकते है कि इतिहास के सभी सफल लोगों ने समय का सबसे सही उपयोग किया है। इतिहास साक्षी है यदि श्री राम १४ वर्ष के वनवास के बाद एक दिन भी देर से अयोध्या पहुँचते तोह उनके अनुज भरत अग्नि समाधी ले लेते| आज की दुनिया में सभी समृद्ध लोग समय के मूल्य के बारे में बहुत सोचते हैं। इसलिए हमें अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहिए और इसका सबसे अच्छा उपयोग करने की कोशिश करना चाहिए।
हमारा भविष्य अनदेखा होता है, लेकिन बेहतर कल की संभावना बढ़ाने के लिए आदमी आज कड़ी मेहनत कर सकता है। लोगों को अपना समय सही तरीके से उपयोग करना चाहिए। हमें उदारता की आदत से बचने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए और समय पर हमारी नौकरियां करना शुरू करना चाहिए। यह निश्चित रूप से हमारे भविष्य को उज्ज्वल करेगा ।
समय का महत्व
एक वर्ष समय का महत्व एक गर्भवती औरत से पूछे, एक महीने का महत्व एक विद्यार्थी से पूछे जिसे अंतिम परीक्षा देना है, एक सप्ताह समय का एहसास करने के लिए साप्ताहिक समाचार पत्र के संपादक से पूछें, एक घंटे का महत्व उन प्रेमियों से पूछें जो मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
एक मिनट समय क्या होता है उस व्यक्ति से पूछें जिसकी ट्रेन छूट गयी हो, एक सेकंड के क्या मायने है उस व्यक्ति से पूछे जो एक सेकंड में दुर्घटना से बचा है।
इस लिए समय का सही और सटीक उपयोग करे इससे व्यर्थ न होने दे| एक बार जो समय गया वो लौट के नहीं आता| इस लिए इस बात को समझे सही समय पे सही कार्य करे समय को आज महत्व दे तोह वह कल आपको महत्व देगा| इसलिए गाते रहे “आनेवाला पल जानेवाला है, हो सके तोह इसमे ज़िन्दगी बितादो पल जो ये जाने वाला है”|
जुड़े रहे hindi.todaysera.com के साथ !