वेब होस्टिंग क्या होती है कहां व कैसे खरीदें ? | What is Hosting in Hindi?

वेब होस्टिंग क्या होती है कहां व कैसे खरीदें ? | What is Hosting?

दोस्तों आज का इंडिया डिजिटल इंडिया बनता जा रहा है आज आप किसी भी जानकारी या खबर को ढूंढने जाएंगे तो वह आपको आसानी से ऑनलाइन इंटरनेट पर उपलब्ध हो जाएगी और जिस प्लेटफार्म पर यह जानकारियां हमें उपलब्ध होती है उन्हें कहते हैं वेबसाइट (website) वेबसाइट को मेंटेन कर पाना हर किसी के बस की बात नहीं होती है इसके लिए हमें संपूर्ण जानकारी होना आवश्यक है।

वेबसाइट (WEBSITES) कैसे बनाते हैं?

वेबसाइट बनाने के लिए हमें बहुत सारी बातों को ध्यान रखना आवश्यक है जैसे कि सबसे मुख्य आवश्यकता होती है उस वेबसाइट का नाम जिसे हम (domain name) कहते हैं इसके अलावा दूसरी आवश्यक कड़ी होती है hosting अब आइए थोड़ा इन दोनों के बारे में जान लिया जाए

वेब होस्टिंग क्या होती है कहां व कैसे खरीदें ? | What is Hosting?

Domain Name

इसका अर्थ है कि हमारी वेबसाइट का वह नाम जिसे यदि कोई शख्स गूगल पर सर्च करता है तो हमारी वेबसाइट ओपन हो जाती है।

Hosting in Hindi

इसे आप एक साधारण उदाहरण से इस तरह समझ लीजिए कि जब हम कोई घर बनाते हैं तो उसके लिए एक खाली प्लॉट की आवश्यकता होती है जिसके अंदर हम नीव के साथ उस घर को खड़ा करते हैं वेबसाइट में भी बिल्कुल ऐसा ही होता है जो वेबसाइट गूगल पर हम दिखाना चाहते हैं उसे इंटरनेट की दुनिया में स्थापित करने के लिए हमें hosting खरीदनी पढ़ती हैं।

आमतौर पर जो लोग blogging की शुरुआत करते हैं उन्हें डोमेन और होस्टिंग के बारे में इतनी जानकारी नहीं होती है इस कारण वे अपनी वेबसाइट को बनाते समय डोमेन और होस्टिंग को खरीदने में बहुत सारी गलतियां कर लेते हैं उन्हें शुरुआती दौर में किसी बात का अनुभव नहीं होता है इस कारण में डोमेन और होस्टिंग खरीदते वक्त इस बात का निश्चय नहीं कर पाते की कौन सी होस्टिंग भविष्य में जब वेबसाइट अच्छे से काम करेगी तब ज्यादा फायदेमंद रहेगी|

इसलिए आज इस लेख में हम आपको होस्टिंग खरीदते वक्त क्या क्या सावधानियां रखनी चाहिए,बताएंगे साथ ही आपको यह भी बताएंगे कि किस तरह से आप अपनी वेबसाइट के लिए बिल्कुल सही होस्टिंग चुन पाए ।

what is hosting in Hindi

इंटरनेट क्या होता है ?

अब आप यह सोच रहे हैं कि आपको तो इंटरनेट के बारे में पहले से ही पता है तो फिर हम आपको वापस क्यों बता रहे हैं लेकिन आप हमारा लेख पूरा पड़ेगा तभी आपको सही जानकारी मिल पाएगी पोस्टिंग की सेवा को समझने के लिए हमें इंटरनेट को जानना बहुत आवश्यक है इंटरनेट का साधारण सा अर्थ यही है कि एक दूसरे से जुड़ा हुआ होना आज के समय में मोबाइल से लेकर बड़े-बड़े कंप्यूटर तक इस बड़े नेटवर्क से जुड़े हुए हैं।

स्कूल के समय में हमने कंप्यूटर लैब में सभी कंप्यूटर को एक दूसरे से जुड़ा हुआ देखा होगा जब टीचर एक कंप्यूटर को बंद करती है तो सारे कंप्यूटर एक साथ बंद हो जाते हैं ऐसा इसलिए होता है कि सभी आपस में जुड़े होते हैं इसे भी हम इंटरनेट का नाम दे सकते हैंजब हमारा कंप्यूटर पब्लिक नेटवर्क से जुड़ जाता है तो वह भी इंटरनेट का एक हिस्सा बन जाता है जिसे हम web server  या web host कहते हैं

क्या है वेब होस्टिंग?

उदाहरण के जरिए तो हमने वेब होस्टिंग को समझ लिया लेकिन तकनीकी रूप से समझ लीजिए , यह सारी वेबसाइट को इंटरनेट में जगह देने की व्यवस्था करता है इसकी सहायता से किसी भी व्यक्ति विशेष ऑर्गेनाइजेशन या फिर वेबसाइट को पूरी दुनिया में इंटरनेट के जरिए प्रकाशित किया जा सकता है कहने का तात्पर्य यह है कि वेबसाइट की सभी फाइल्स चित्र एवं वीडियो को किसी खास कंप्यूटर पर स्टोर किया जा सकता है इसी को हम वेब सर्वर (web server)भी कहते हैं।

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यह ऑनलाइन कंप्यूटर हर वक्त इंटरनेट से कनेक्टेड रहता है पोस्टिंग की सुविधा हमें बहुत सारी कंपनी आज के समय में उपलब्ध करवा रही है उदाहरण के तौर पर बात करें तो जैसे hostkarle godaddy hosting bluehost यह सभी प्रचलित कंपनियां हैं जो आमतौर पर पोस्टिंग के लिए उपयोग में ली जाती है इसके अलावा कई सारी कंपनियां भी मार्केट में उपलब्ध हैं जो वेब होस्टिंग की सेवा उपलब्ध करवाती है लेकिन सभी भरोसेमंद नहीं होती।

वेब होस्टिंग को लेने के लिए हमें कुछ मूल्य चुकाना पड़ता है अर्थात आप समझ सकते हैं कि हम किसी घर में यदि किराए पर रह रहे हैं तो हमें हर महीने उसका किराया चुकाना पड़ता है उसी तरह वेब होस्टिंग होती है जिसमें हमें हर महीने अपनी वेबसाइट को चलाने के लिए किराया देना पड़ता है आप चाहे तो इसका क्वार्टर ली या फिर सालाना पैकेज भी ले सकते हैं जिसमें काफी हद तक छूट मिल सकती है ।

आखिर कैसे काम करता है वेब होस्टिंग ?

जब भी हम किसी वेबसाइट का निर्माण करते हैं तो हमारा यही लक्ष्य रहता है कि हम उस वेबसाइट से जुड़ी जानकारी एवं तस्वीरों को अन्य लोगों तक साझा कर सकें और वह भी उस जानकारी का लाभ उठा पाए इसके लिए सबसे पहले हमें अपनी जानकारियों एवं फाइल को वेब होस्टिंग पर अपलोड करना पड़ता है ऐसा करने के बाद जब भी कोई उपयोगकर्ता किसी web browser जैसे कि Google Chrome, opera, Mozilla Firefox ,opera mini पर वेबसाइट का नाम (domain name) सर्च करता है जैसे कि मान लीजिए https;//aajtak.Com

फिर इसके बाद इंटरनेट पर अपने वेबसाइट के नाम को उस वेब सर्वर पर जोड़ देता है जहां आपके वेबसाइट की फाइल्स पहले से स्टोर करके रखी हुई है जोड़ने के बाद वेबसाइट का सारा डाटा एवं जानकारी उस यूजर के कंप्यूटर पर चली जाती है जिससे कि वह यूजर्स हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी को आसानी से पढ़ पाता है।

वेबसाइट के domain name को hosting से कनेक्ट करने के लिए DNS(DOMAIN NAME SYSTEM) का उपयोग किया जाता है। इससे हमारे डोमेन को यह पता चलता है कि हमारा वेबसाइट किस वेब सर्वर पर रखा गया है क्योंकि हर server का DNS अलग अलग होता है|

होस्टिंग कहां से खरीदना बेस्ट रहेगा ?

दुनिया में ऐसी बहुत सारी कंपनी मौजूद है जो आपको बेस्ट से बेस्ट ऑफर के तहत वेब होस्टिंग (web hosting) उपलब्ध करवाते हैं लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना है कि आपको वेब होस्टिंग आखिर किस लोकेशन वाले सर्वर से खरीदनी है जैसे कि मान लीजिए यदि आप की वेबसाइट पर आने वाले views भारत से ही हैं तो हमारा प्रयास यही रहना चाहिए कि जो भी कंपनी हमें वेब होस्टिंग उपलब्ध करवा रही है।

उसका सर्वर हमारे देश में ही हो क्योंकि यदि server जितना दूर होगा हमारी वेबसाइट को लोड होने में उतना ही ज्यादा समय लगेगा इसके परिणाम स्वरूप वेबसाइट पर आने वाले दर्शक पर वेबसाइट का गलत प्रभाव पड़ेगा।

यदि हम भारत के किसी web hosting provider से होस्टिंग खरीदते हैं तो उसके लिए हमें क्रेडिट कार्ड की आवश्यकता नहीं पड़ती है हम चाहे तो अपने एटीएम कार्ड या फिर इंटरनेट बैंकिंग के जरिए भी एक बार उसको स्टिंग को खरीद सकते हैं और आसानी से उस पर अपने खरीदे गए वेबसाइट के नाम (domain name) को जोड़ सकते हैं नीचे दी गई लिस्ट में आपको कुछ भरोसेमंद वेबसाइट मिल जाएगी जो अच्छे ऑफर्स के साथ-साथ भरोसेमंद सर्विस भी उपलब्ध कराएगी.
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यह सभी वेब होस्टिंग वेबसाइट लोगों की पहली पसंद है और भरोसेमंद भी आप चाहे तो इनमे से किसी भी वेबसाइट से अपनी वेब होस्टिंग खरीद सकते हैं हो सकता है मार्केट में आपको इनसे भी सस्ती वेब होस्टिंग उपलब्ध हो जाए लेकिन उनकी परफॉर्मेंस भी उतनी ही खराब रहेगी अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप अपने यूजर्स को किस तरह का एक्सपीरियंस देना चाहते हैं यदि अच्छा एक्सपीरियंस देना चाहते हैं तो थोड़ा इन्वेस्टमेंट ज्यादा करना पड़ेगा।

वेब होस्टिंग के प्रकार।

अब तक हमने यह तो जान लिया कि वह घोस्टिंग क्या होता है और यह किस प्रकार से काम करता है लेकिन अब हम जानेंगे कि वह पोस्टिंग कितने प्रकार के होते हैं हालांकि पोस्टिंग के कई सारे प्रकार होते हैं पर हम उन सब के बारे में बात नहीं करेंगे हम उन्हीं के बारे में बात करेंगे जो सामान्यतः सबसे ज्यादा उपयोग में किए जाते हैं मूल रूप से देखा जाए तो वह होस्टिंग के तीन प्रकार होते हैं

  • 1 shared web hosting
  • 2 VPS (virtual private server)
  • 3 dedicated hosting

शेयर्ड वेब होस्टिंग (shared web hosting)

इसे आप एक उदाहरण के जरिए समझिए जब हम कहीं बाहर पढ़ने जाते हैं या फिर जॉब के लिए जाते हैं तो एक रूम किराए पर खरीदते हैं लेकिन आर्थिक स्थिति मजबूत ना होने के कारण हम उस रूम को दो से तीन लोगों के साथ शेयर कर देते हैं अर्थात किराया एक ही आता है लेकिन वह तीन लोगों में बढ़ जाता है अर्थात किराए का जो लोड किसी एक व्यक्ति पर पड़ने वाला था वह तीन लोगों में बैठ जाने पर कम हो जाता है।

ठीक उसी तरह share web hosting भी काम करता है इसमें हम उस server पर अपनी फाइल एवं डाटा स्टोर करते हैं जिस पर पहले से ही कई सारी वेबसाइट के फाइल एवं डाटास्टोर होते हैं अर्थ अर्थ हम उस server को आपस में शेयर करते हैं इसलिए इस सरवर का नाम भी shared web hosting रखा गया है ‌।

Shared web hosting उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो अपनी वेबसाइट की शुरुआत शून्य से करते हैं क्योंकि उनके पास उस समय इतना इन्वेस्टमेंट भी नहीं होता हैशुरुआती दिनों में यह वेब होस्टिंग आपके लिए सबसे बेस्ट है लेकिन इस बात का ध्यान रहे जब आपको वेबसाइट पर ज्यादा समय हो जाए और इसके साथ ही आपकी वेबसाइट धीरे-धीरे मशहूर भी होने लगे तो आपको उस समय अपनी वेब होस्टिंग को बदल लेना चाहिए क्योंकि जब वेबसाइट मशहूर होगी तो उस पर विजिटर्स भी सबसे ज्यादा आएंगे जिस कारण आपकी shared web hosting पर चल रही वेबसाइट लोड होने में प्रॉब्लम खड़ा कर सकती है।

Shared Web Hosting से होने वाले फायदे।

इस वेब होस्टिंग का सेटअप और इस्तेमाल करना बहुत आसान होता है यदि कोई वेबसाइट की शुरुआत करता है तो उसके लिए यह बेस्ट ऑप्शन है इसकी कीमत बहुत कम होती है जिस वजह से हर कोई से खरीद सकता है इसका control panel बहुत ही user friendly होता है।

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Shared Web Hosting से होने वाले नुकसान

shared web hosting मैं आपको बहुत कम limited resources access करने को मिलती है क्योंकि हम इस server पर एक दूसरे की वेबसाइट को शेयर करते हैं तो वेबसाइट की लोडिंग परफॉर्मेंस बहुत down रहती है इस वेब होस्टिंग की सुरक्षा ज्यादा बेहतर नहीं रहती है ज्यादातर सभी कंपनियों का सपोर्ट सिस्टम इस hosting में कम ही रहता है।

VPS (virtual private server)

इस पोस्टिंग का उदाहरण हम एक होटल रूम की तरह ले सकते हैं जब हम किसी होटल में कोई रूम बुक करते हैं तो उस वक्त के लिए उस रूम की हर चीज पर केवल आप का ही अधिकार रहता है आप चाहे तो उस रूम की हर वस्तु का उपयोग कर सकते हैं ठीक उसी तरह VPS hosting मैं visualization technology का उपयोग किया जाता है।

जिसमें एक मजबूत एवं सुरक्षित server को virtually अलग-अलग हिस्सों में divide कर दिया जाता । इस server को आप को अन्य वेबसाइट के साथ शेयर नहीं करना पड़ता है जिस वजह से आपकी वेबसाइट की लोडिंग स्पीड भी अच्छी रहती है साथ ही उसकी सुरक्षा परफॉर्मेंस भी बढ़ जाती है

VPS (virtual private server) से होने वाले फायदे

यह होस्टिंग आपकी वेबसाइट परफॉर्मेंस में सबसे बेस्ट रहती है इसमें आपको एक dedicated hosting की तरह पूरी तरह कंट्रोल मिलता है यह वेबसाइट के लिए फ्लैक्सिबल रहती है क्योंकि इसमें हम अपनी तरह से परिवर्तन कर सकते हैंयदि आप की वेबसाइट पर ट्रैफिक ज्यादा आ रहा है तो आपको यही होस्टिंग खरीदनी चाहिए इसकी privacy ओर security सबसे बेहतर होती है

VPS (virtual private server) के नुकसान

इसमें आपको dedicated hostingकी तुलना में कम resources  मिलता है साथ ही इसका उपयोग करने के लिए हमें टेक्निकल जानकारी होना आवश्यक होता है।

Dedicated Hosting

यह shared hosting से बिल्कुल उल्टा होता है उदाहरण के तौर पर यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे एक व्यक्ति को रहने के लिए एक बड़ा सा घर मिल जाता है जिसमें उसके अलावा किसी और को रहने की इजाजत नहीं होती है और साथ ही उस घर की सारी जिम्मेदारी केवल उसी व्यक्ति की होती है dedicated hosting भी ठीक उसी तरह काम करता है

इसमें आपको server मिलता है।उसे हम किसी अन्य के साथ share नहीं कर सकते हैं यह होस्टिंग सबसे महंगी होस्टिंग मानी जाती है और उसका पूरा किराया केवल एक ही व्यक्ति को भरना पड़ता है यह वेब होस्टिंग उस व्यक्ति के लिए सबसे बेस्ट है जिस पर सबसे ज्यादा विजिटर्स आते हैं।

Dedicated Hosting के फायदे।

इसमें क्लाइंट एवं server को अन्य वेब होस्टिंग की तुलना में ज्यादा फ्लैक्सिबिलिटी और कंट्रोल मुहैया कराया जाता है अन्य वेब होस्टिंग की तुलना में यह सबसे ज्यादा सुरक्षित होती है।

Dedicated Hosting के नुकसान। 

अन्य होस्टिंग की तुलना में यह सबसे महंगा होता है साथ ही इस को कंट्रोल करने के लिए आपको टेक्निकल जानकारी होना आवश्यक है यहां पर आपको अपने आप प्रॉब्लम्स खुद ही सुलझा नहीं पड़ती है जिसके चलते आपको थोड़ा और इन्वेस्ट करके technicians hire करने पड़ते हैं ।

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