दोस्तों क्या आपको पता है कि जन गण मन की संरचना किसने की थी यह एक जनरल नॉलेज का बहुत ही इंपॉर्टेंट सवाल है और काफी बार परीक्षाओं में भी आ जाता है। दोस्तों आज हम पढ़ेंगे जन मन गण की संरचना को किसने लिखा। जन मन गण की संरचना श्री रविंद्र नाथ टैगोर ने की थी जोकि रविंद्र नाथ टैगोर के नाम से भी जाने जाते हैं।
जन गण मन किसने लिखा था: गुरु रविंद्र नाथ टैगोर
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जन गण मन गाने में लगभग 52 सेकंड का समाय लगता है, और इसकी संरचना श्री गुरु रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा लिखी की गई थी जो की मुख्या रूप से बंगाली में है, हुए श्री रविंद्र नाथ टैगोर बंगाल के रहने वाले थे। जन गण मन 24 जनवरी सन 1950 को अपनाया गया था इस को सबसे पहले दोनों भाषाओं में बंगाली और हिंदी में गया गया था।
राष्ट्रगान सबसे पहले कब गाया गया: २७ दिसम्बर १९११
जन गण मन की सरंचना कुछ इस प्रकार है जिसे गुरु रविंद्र नाथ टैगोर ने लिखा था:
जन गण मन गीत:
जन गण मन अधिनायक जय हे भारत भाग्य विधाता!
पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मागे,
गाहे तव जय गाथा।
जन गण मंगलदायक जय हे भारत भाग्य विधाता!
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे।।
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे।।
जन गण मन 24 जनवरी सन 1950 को अपनाया गया था इस को सबसे पहले दोनों भाषाओं में बंगाली और हिंदी में गाया था।
गुरु रविंद्र नाथ टैगोर बंगाल के रहने वाले थे उनका जन्म 7 मई 1961 को कोलकाता में हुआ था, वह जन गण मन को आजाद भारत का गीत बनाना चाहते थे जो कि बनाने में सफल भी हुए, वह इ बहुत वादे विद्वान भी थे, वो बांग्ला, इंग्लिश और हिंदी में भी रचनाये लिख लेते थे।
डॉयन उम्मीद है की जन गण मन किसने लिखा था । Jana Gana Mana in हिंदी कंटेंट पढ़कर आप satisfied हुए होंगे।
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