चलो दोस्तों आज हम लोग सिक्किम की राजधानी क्या हे और इसके बारे में पूरी जानकारी लेगे कयोकि सिक्किम हमारे देश का बहुत ही महत्पूर्ण अंग हे और हम सभी को इसके बारे में जानकारी होना चाहिए यह एक G.K. का बहुत ही महत्वपूर्ण का सवाल है| इसलिए सिक्कम की राजधानी क्या हे और साथ में इसके बारे में और भी जानकारी प्राप्त करेंगे तो चलो शुरू करते हैं।
अंगूठा के आकर का यह राज्य सिक्किम भारत के उत्तर पूरब में स्थित हे जोकि की भारत का दूसरा सबसे छोटा राज्य हे और इसकी आबादी भारत की राज्य की तुलना में सबसे कम और गोवा के छेत्रफल के बाद सबसे कम माना गया है। अपने छोटे अकार के बावजूद भौगोलिक डिस्ट्रिकोण से ये एक महत्पूर्ण माना गया है इसकी कुल छेत्रफल लगभग ७००० वर्ग किलोमीटर है जोकि लगभग ६ लाख की आबादी है जो की ५०% पुरुष और ५०% महिला है|
हिमालय की गोद में बैठा गंगटोक जोकि इस राज्य की राजधानी हे यह सिक्किम का सबसे छोटा शहर भी हे पूरा सिक्किम चारो तरफ से पर्वतो से घिरा हुआ है यहाँ की भूमि कृषि के लिए अनुप्युक्त माना गया है कयोकि इसकी अधिकतर भाग की भूमि पर्वतो से आवृत है और यहाँ की मिटटी खुरदुरी भी है सिक्कम में ग्रीष्मकाल सुखदाई है क्योकि ग्रीष्मकाल २८ डिग्री से जायदा नहीं है।
सिक्किम की राजधानी का नाम: गंगटोक
१९४७ में भारत की आजादी के बाद से १९७५ तक भारत की संरक्छन में था, परन्तु १९७५ में राज परिवार के समर्थको एवं इसके विरोधिओं के बीच भारी दंगे हुवे जिसके पसताच भारत सरकार ने जनमत सगरहा करवा कर वहा की जनता से पूछा गया की क्या वो भारत का हिस्सा बनना चाहते हैं या नहीं, तो वहा की जनता ने हां में जवाब में बोला और तभी से सिक्किम भारत का एक अभिन्न अंग बन गया और गंगटोक इसकी राजधानी बन गयी।
सिक्किम और इसकी राजधानी गंगटोक हिमालय की गोद में बैठा सबसे खूबसूरत जगह है क्योकि कंचन जंगा जोकि पूरी दुनिया की नंबर ३ और भारत की सबसे ऊंची चोटी है। गंगटोक की वर्तमान मेयर सक्ति सिह चौधरी हे २०११ की जनगणना के अनुसार गंगटोक की जनसख्या १,००,२८६ है गंगटोक समुंदर तल से १६५० मीटर की उचाई पर है| गंगटोक एक ऐसा सहर है जो दो नदिओं के बिच में बसा हुआ है ये दो नदियां हैं रोरो चू और रानीखोला।
पर्यटक की दिरिस्टी से गंगटोक एक बहुत ही खूबसूरत जगह है यहाँ गंगटोक से ४० किलोमीटर दूर सोमगो लेक उपसस्थित है जोकि इसके आलावा और भी ऐसी जगह है जो की पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है यहाँ गरम पानी के अनेक झरने है जो की रोगहर जमता के लिया विख्यात है इसकी औसतन तापमान ५० डिग्री तक माना गया है यहाँ का साफ़ सुथरा होना, प्र्रकृतिक सुंदररता एवं राजनितिक इस्तीरता आदि विस्वस्तओ के कारन सिक्कम भारत में पर्यटकों का एक बहुत महत्पूर्ण जगह है।
गंगटोक के नजदीक रुमटेक मठ है जो की केवल सिक्कम की ही नहीं बल्कि पूरी दुनिआ की सबसे बड़ी बुद्धिस्ट मोनास्ट्री में से एक है इसको धर्म चक्र के रूप में भी माना जाता है गंगटोक सिक्कम का न केवल राजनैतिक रूप से बल्कि आर्थिक रूप से से भी महत्पूर्ण हैं सिक्कम की आय का एक महत्पूर्ण साधन पर्यटक है और गंगटोक इसका एक बहुत महत्वपूर्ण जगह है गंगटोक में एक होटल बुकमेन्स है जोकि काफी फेमस है यहाँ पर लोग किताबे पढ़ने के काफी शौक़ीन हैं इसलिए यहाँ एक बुकस्टोर भी है।
इसलिए यहाँ की सरकार ने हाल ही के वर्षो में पर्यटक को काफी बढ़ावा दिए है सिक्कम में पर्यटन की काफी संभावना है और इसी का लाभ उठा कर सिक्किम कीआय में काफी बढ़ोतरी हुई है आदरभूत सर्रचना के सुधार के चलते ये उपेक्षा की जे रही है की पर्यटन राज्य में अर्थ्वय्स्था के एक प्रमुख आधार के रूप में सामने आएगा। सिक्किम में पहले कोई हवाई अड्डा नहीं था परन्तु अब एक हवाई अड्डा भी बन गया है|
मानवजाति के रूप से सिक्कम में अदिकतर निवासी नेपाली यहाँ भारत के सभी मुख्य त्यौहार जैसे दीपावली, दशहरा भी मानते है यहाँ के अधिकतर लोग देहाती है यहाँ का तिब्बतियन भोजन काफी स्वादिस्ट है चावल यहाँ का मुख्य भोजन है बोध धर्म और हिंदी धर्म यहाँ का प्रमुख धर्म है हलाकि यहाँ भी एक छोटा समूह मुसलमान का भी है इतने सारा जाती के होने के वौजुद इनके बीच कोई लड़ाई नहीं है सभी शांति पूवक अपने जीवन निर्वाह करते है
तो दोस्तों आपको ये आर्टिकल सिक्किम की राजधानी क्या है – Capital of Sikkim in Hindi आर्टिकल ाचा लगा होगा।
जुड़े रहे hindi.todaysera.com के साथ !