INDIA की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील की जानकारी
चलो दोस्तों आज हम भारत की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील कौन सी है? जानते हैं यह एक G.K. का बहुत ही महत्वपूर्ण का सवाल है|
भारत, जहाँ अलग अलग संस्कृति, परंपरा, संप्रदाय, धर्म आदि के लोग मिल जुल एक जुट हो कर रहते हैं। जिसे जवान लोगो के राष्ट्र से भी जाना जाता हैं। जहा भिन-भिन प्रकार के जिव जंतु अपने खूबसूरती बिखेरते हैं। भारत, जिसे उत्तर दिशा से खूबसूरत वः शक्तिशाली हिमालय के पहाड़ो ने घेरा हुआ हैं, वही ही पूर्व, दक्षिण और पश्चिम दिशाओं में बंगाल की खाड़ी, हिन्द महासागर और अरब सागर ने अपने संग जोड़ा हुआ हैं। तोह इससे पता चलता हैं कि भारत देश के तीन भाग पानी से घिरे हुए हैं।
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देश में भी काफी झील, नदियां, पोखर, तालाब हैं, जिन सबका पानी इन्ही तीनो दिशाओं में जाता वः आता हैं। भारत में वैसे तोह काफी सारे प्राकृतिक झील हैं, परंतु हमें यह भी पता होना चाहिये कि देश में मानव निर्मित भी कई झील, तालाबे हैं। भारत देश की सबसे बड़ी मनाव निर्मित झील संयोग पूर्वक भारत देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में हैं। इस झील के दो नाम हैं, पहला रिहंद बांध और दूसरा गोविन्द बल्लभ पन्त सागर हैं। यही ही समस्त भारत देश की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है।
यह उत्तर प्रदेश के सोनभद्रा जिले में पिपरी नामक स्थान पर निर्मित हैं। यह ठोस गुरुत्वाकर्षण के आधार पर बनी है। इस बांध को रिहंद नदी जो “सोन नदी की सहायक नदी हैं” पर बनाया गया हैं। इसका जल खेती बाड़ी हेतु बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश राजयों को दिया जाता हैं। गोविन्द बल्लभ पन्त सागर का निर्माण कार्य 1954 में शुरू हुआ था, और इसे 1962 में शुरू कर दिया गया था। इसकी उचाई तकरीबन 91 मीटर, और लंबाई तकरीबन 934 मीटर हैं। यह बांध बनाने हेतु एक लाक लोगो को अपना घर बार छोड़ किसी दूसरे स्थान पर जाना पड़ा था। यह बांध जल के इलावा बिजली उत्पादन में भी काफी सहायक रहा है।
यह प्रतिदिन 300 मेग वाट बिजली का उत्पादन करता हैं।परंतु फिलाल इस झील की हालत खराब चल रही हैं, यह तत्कालीन नवीकरण की मांग करता हैं। इसके पी. एच्. स्तर में परिवर्तन आने से अब इसे खेती के लिये इस्तेमाल करना ठीक नही है, इस झील का पि. एच्. स्तर तथा क्षारीय में बढ़ाव का मुख्य कारन वहाँ के कोयले बिजलीघर हैं। इन बिजलीघरों का गन्दा पानी वः कूड़ा सारा इसी झील में डाला जा रहा हैं जिससे इस झील का पानी काफी ज्यादा प्रदुषित हो चूका है कि अबी इसे खेती में भी इस्तेमाल नही कर सकते हैं।
हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे रोकने के लिये कुछ सख्त कदम उठाए हैं। भारत में कुल 130 करोड़ की आबादी रहती हैं, जिन्हे रोज़मर्रा का काम करने के लिये पानी की सख्त आवश्यकता होती हैं। एक दस्तावेज के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति एक दिन में 150 लीटर पानी का इस्तेमाल करता है। जिसके कारन देश में ही नही बल्कि पूरी दुनिया में पानी की बहुत कमी होती जा रही हैं। यदि हम सब ने एक साथ मिल जुल कर पानी को नही बचाया तो वह दिन भी दूर नही की दुनिया में तीसरा विश्व युद्ध पानी के खातिर होगा, लोग पानी के लिये एक दूसरे को मारने पर आतुर हो जायेंगे। ऐसा न हो इसिलए हमे जितना हो सके पेड़ लगाने चाहिए, पानी की बचत करनी चाइये, दुसरो को भी इस मुहीम के लिये प्रेरित करना चाहिये।
भारत, देश की सबसे बड़ी झील छिलका झील हैं, यह झील ओड़िसा राज्य में स्तिथ हैं। छिलका की लंबाई तकरीबन 64 किलोमीटर है। यह खारे पानी की झील है। भारत की सबसे बड़ी साफ़ पानी की झील जम्मू कश्मीर में स्तिथ हैं, उस झील का नाम वुलर झील हैं। वैसे तो देश में काफी झील तालाबे हैं। परंतु हमे हमेशा याद रखना हैं कि आज यह तालाबे, झील, पोखर हैं तोह हम हैं, इंसान हैं, यदि हमने इसे इसी तरह बेकार करते रहे तोह इंसानियत के लिये आगे काफी मुश्किलें इंतज़ार कर रही हैं। इसीलिये हमें पानी वः इसकी खूबसूरती को बनाये रखना चाहिए।
दोस्तों उम्मीद है की आपको यह आर्टिकल भारत की सबसे बड़ी मानव निर्मित झीलअच्छा लगा होगा।
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