स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध |(Essay on Swachh Bharat Mission in Hindi)

हेलो दोस्तों आज हम बात करेंगे स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध |(Essay on Swachh Bharat Mission in Hindi) की।  दोस्तों स्वच्छ भारत अभियान  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुरू किया गया है इसका मुख्या उद्देश्य हमारे देश  को स्वच्छ बनाना है

स्वच्छ भारत अभियान (Swachh Bharat Mission)

स्वच्छ भारत अभियान एक परिपूर्ण राष्ट्र का नक्शा स्वछता के बहुत बड़े दायरे को अपने अंदर सींच कर रखता है| कोई भी राष्ट्र कितना ही सफल क्यों न हो जाए पर जब तक वह स्वछता के लक्ष्य को ना पा ले तब तक वह एक सफल
राष्ट्र नहीं कहलाया जा सकता है|

स्वच्छ भारत अभियान पर विस्तृत निबंध (swachh bharat abhiyan par nibandh hindi mein)

स्वछता और उन्नति दोनों को अलग करके चलना बहुत कठिन है क्यूंकि जो राष्ट्र स्वस्थ ही नहीं होगा तो वहां कर्म शक्ति का अपने पूर्ण रूप पे होना असंभव सा है| और अगर भारत की बात आए, तो भारत की उन्नति पर कोई शक नहीं किया जा सकता है और ये बात अपने आप में एक कथन है|

परन्तु जो सबसे बड़ा मुद्दा है वो यह है की भारत अपनी उन्नति के रास्ते में स्वछता की वजह से पीछे ना रह जाए| क्यूंकि अभी भी कहीं ऐसी जगह भारत में मौजूद है जहां स्वछता एक बहुत बड़ी समस्या है, और भारत जैसा राष्ट्र इन सब चीज़ों को नजरदांज करके आगे नहीं बढ़ेगा क्यूंकि एकता ही इस राष्ट्र की पहचान है|

जब भारत राष्ट्र में स्वछता को लेकर एक रिपोर्ट तैयार करनी चाही तो उसमे यही पता चला की जो बड़े शहरों में लोग है वो उद्योगीकरण की आड़ में स्वछता को इतना महतवपूरण नहीं समझ रहे हैं| जबकि छोटे शहरों तथा गावों में सफाई के बारे में जानकारी ही बहुत कम है जोकि बहुत चिंताजनक प्रतीत हुआ, क्यूंकि हम कितना ही क्यों ना बढ़ जाएँ पर अगर सफाई को अपने इस उन्नति के नक्षे से हटा देंगे तो भारत देश का आगे बढ़ना काफी कठिन हो जाएगा|

इन सब बातों को ध्यान रखते हुए जब रिपोर्ट के नतीजे आए तो ये पाया गया की भारत देश की स्वछता लिए एक बड़ा कदम लेने की खासा जरूरत है| और इन सब बातों को ध्यान रख्ते हुए  स्वच्छ भारत अभियान की घोषणा हुई|

स्वच्छ भारत अभियान

स्वच्छ भारत अभियान पुरे भारत में कितने समय के अंदर स्वच्छ करने का प्रण है?

स्वच्छ भारत अभियान पुरे भारत को २०१४ से २०१९ के समय के अंदर- अंदर स्वच्छ करने का प्रण है| इस
अभियान का लक्ष्य गली, सड़क, शहर, गावं हर जगह को स्वछता की छोटी पे पहुंचना तथा वहां के नागरिकों को
स्वछता के बारे में जागरूक करना भी है|

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स्वच्छ भारत अभियान एक वरदान

स्वच्छ भारत अभियान का उद्घाटन माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राज घाट पर २ अक्टूबर ,२०१४ को हुआ था| ये अभियान २ अक्टूबर, २०१९ तक चलेगा जोकि महात्मा गाँधी की १५० वीं जन्मदिवस वर्षगांठ है| स्वच्छ भारत अभियान का नैरा एक कदम स्वछता की और सबके दिलों में स्वत्छता के प्रति लहर को जन्म देता है|

गाँधी जी के द्वारा देखा गया ये सपना जिसमे स्वच्छ भारत की तस्वीर शिखर पर हो प्रधान मंत्री द्वारा पूरा करने की परिपूर्ण कोशिश की गयी है| और उससे प्रस्सनता की बात क्या हो सकइ है की ये अभियान महात्मा गाँधी के जन्मदिवस से शुरू होकर उनकी १५०वें जन्मदिवस पर ही सम्पूर्ण हो|

ये सपना जो महत्मा गाँधी ने बना था तथा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने संजोया उसको अब भारत का हर एक नागरिक देख रहा है, चाहे वो बचा हो, बूढ़ा हो, महिला हो या पुरुष हो, सब बस इस सपने को पूरा करने के लिए अपनी आदतों में बदलाव ला रहे हैं, और स्वछता के प्रति जागरूक भी हो रहे हैं| कोई भी नहीं चाहता है की उनका राष्ट्र किसी भी भूल की वजह से पीछे रह जाए इसलिए स्वच्छ भारत अभियान में सब कोई अपना पूर्ण योगदान दे रहे हैं| जोकि काफी प्रषंसिनय है|

भारत का हर एक नागरिक इस सपने को अपना सपना बना कर देख रहा है और देखे भी क्यों ना क्यूंकि ये सपना हम सब का साँझा है| इसकी नीव बेशक किसी ने भी रखी हो पर उसको संजोना हम सबका साँझा लक्ष्य है, और ये बात हमारे देश का नागरिक भली भांति जनता है|

यही सब चीज़ें भारत को एक विशाल राष्ट्र बनाती है, क्यूंकि भारत वर्ष का हर एक नागरिक कंधे से कन्धा मिलाकर हर एक लक्ष्य को प्रपात करने के लिए तत्पर रहता है चाहे वो स्वछता हो या कुछ और| स्वच्छ भारत अभियान की इस मुहीम में आम आदमी ने तो अपना भरपूर योगदान दिया ही है परन्तु भारत वर्ष की महान हस्तियां ने भी इस अभियान में बढ़ चढ़कर अपने आप को शामिल करते हुए समाज के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया है| इस मुहीम का सबसे बड़ा लक्ष्य ये भी है की हर घर में शौचालय और सार्वजानिक शौचालय हर सार्वजानिक सथानो पर ताकि खुले में शौच करने से जो बीमारियां उत्पन होती हैl

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उनको वहीं पर नष्ट कर दिया जाए ताकि वो और बढ़कर देश को जकड ना ले| इस अभियान के अनुसार ९००
लाख शौचालयों का निर्माण का लक्ष्य रखा गया है जोकि बहुत ही बड़ा है| इस लक्ष्य के लिए करीबन १.९६
लाख करोड़ की लागत लगायी जा चुकी है|

स्वच्छ भारत अभियान से सफलता

यह अभियान भारत को ‘सस्टेनेबल डेवेलोपमेंट गोल ६’ तक पहुंचने में भी बहुत बड़ा सहयोग देगा जोकि बहुत महत्वपूर्ण है| यह अभियान अभी तक का भारत राष्ट्र का सबसे बड़ा सफाई अभियान है|

इस अभियान के अंतर्गत ३० लाख सरकारी कर्मचारी तथा पुरे भारत से विद्यार्थी करीबन ४०४१ शहरों , कस्बों तथा गावों में बढ़ चढ़कर भाग ले रहे है तथा पूर्ण रूप से अपना सहयोग दे रहे है|इतनी बड़ी संख्या में लोगो का एक साथ काम करना हमारे राष्ट्र को स्वस्थ बनाने के लिए यही तो हमारे भारत वर्ष की सबसे बड़ी शक्ति है|

आखिर हो भी क्यों ना भारत ने इस एकता के कारन क्या कुछ नहीं हासिल किया है| हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान को सत्याग्रह से स्वचग्रह कहा है जोकि गाँधी जी के चम्पारण सत्याग्रह से लिया गया है| ये नाम काफी हद तक बिलकुल सही है क्यूंकि सत्याग्रह तो हमने पा लिया अब स्वछता पाने की और हम तीव्रता से बढ़ रहे हैं और उसकी प्राप्ति हम कर भी लेंगे|

गाँधी जी के सत्याग्रह के बढ़ स्वछता के सपने को पूरा करने की जिम्मेवारी हम सब की है| इस अभियान के नतीजे काफी प्रशंसनीय रहे है| इस अभियान के अंदर दो चुनौतियां थी जोकि स्वच्छ भारत अभियान (ग्रामीण) तथा स्वच्छ भारत अभियान (शहरी) है|

इस अभियान के सभी स्वयंसेवकों को स्वच्छाग्रही कहा गया है| इस अभियान कहीं गैर सरकारी संगठनों ने बढ़ चढ़कर सहयोग दिया है| लोगो को जागरूक करने से लेकर उनको समझने तक ये लोग हमेशा तत्पर रहे हैं| सर्कार ने २०१४ से २०१८ तक ८६० लाख शौचालय बना दिए हैं जोकि बहार शौच करने की संख्या को ५५०० लोगो से १५०० लाख लोगो तक ले आता है जोकि काफी प्रशंसनीय है|

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मन गया है की स्वच्छ भारत अभियान की कुल लागत ६२० अरब है| सर्कार हर गरीबी रेखा से निचे बने हुए शौचालयों के लिए १२ हजार का प्रोत्साहन देती है ताकि वे पैसे की कमी की वजह से इस जरुरत को नजरंदाज ना करें जोकि बाद में उन्ही के लिए घातक ना हो जाए, क्यूंकि खुले में शौच करना बिमारियों को निमंत्रण देने से काम नहीं है जोकि देश की उन्नति में बहुत बड़ी रूकावट बन सकता है|

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जहाँ इस अभियान के अंदर जाने मने चेहरों को इसका सहयोग देने के लिए चुना व्ही उन्होंने इस अभियान के ब्रांड दूतों का चयन भी साथ साथ कर दिया ताकि आम जनता इस अभियान के साथ आपने आप को अचे से जोड़ कर देख पाए क्यूंकि ये जाने माने चेहरे सबसे बढ़िया तरीका मन जाते हैं किसी भी तरीके की बात को आम जनता तक पहुँचाने के लिए और इस चीज़ ने अभियान की सफलता में सहयोग भी दिया है|

स्वच्छ भारत अभियान अपने आखरी वर्ष में पैर रखते हुए अपनी चरम सीमा तक पहुँच रहा है | और अभी तक के नतीजों को जोड़ कर देखा जाए तो इस अभियान ने काफी तैराकी की है | इस अभियान में ना केवल सशक्त लोगों ने बल्कि बच्चों ने भी अपना योगदान बढ़ चढ़कर दिया है| फिल्म, टी वि के माध्यम से भी, विज्ञापन का साहरा लेते हुए इस अभियान का प्रचार किया है| जिसके कारन इस अभियान के नतीजे प्रशंसनीय आए हैं|

खुले में शौच करने का दर घट गया है| सार्वजानिक शौचालयों का निर्माण हुआ है| जागरूकता अपनी चरम सीमा तक पहुंची है| लोगो ने केवल इसको सुना ही नहीं बल्कि प्रयोग में भी लाया है| ऐसा प्रतीत होता है की भारत का स्वछता कसपना जो गाँधी जी की नजरों से देखा गया था अब पूरा हो रहा है| हर एक कदम स्वछता की और अब रास्ते का रूप लेते हुए दिखाई दे रहा है जिसकी मंजिल स्वच्छ भारत है|

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