कंप्यूटर क्या है? (What Is Computer In Hindi)
दोस्तो आज हम इस पोस्ट में कंप्यूटर क्या है? (What Is Computer In Hindi) के बारे में जानेंगे | यदि आपको नही पता है तो यहाँ आपको कंप्यूटर क्या है इसके बारे में जुडी पूरी जानकारी मिलेगी
कंप्यूटर का परिचय (Introduction of Computer): कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रोनिक Device है जो किसी User द्वारा दिये गये इनपुटको किसी विशेष नियम के अनुसार प्रोसेस करता है और उसका आउटपुट (output) देता है। कंप्यूटर ये काम तीन स्टेप में करता है, पहले कंप्यूटर किसी यूजर से input लेता है जो किसी भी इनपुट डिवाइस से दिया जा सकता है।
इसके बाद CPU इस इनपुट को किसी इंस्ट्रक्शन के अनुसार इस डाटा को प्रोसेस करता है। डाटा प्रोसेस के बाद उस इनपुट का आउटपुट देता है ये आउटपुट किसी भी आउटपुट डिवाइस पर देता है लेकिन सामान्यता ये आउटपुट मॉनिटर पर आता है। CPU का पूरा नाम कण्ट्रोल प्रोसेसिंग यूनिट होता है, जिसे कंप्यूटर का दिमाग भी कहते है।
आज कल डिजिटल जमाना चल रहा है और कंप्यूटर का इस्तेमाल हर क्षेत्र में हो रहा है चाहे वो साइंस या मेडिकल या फिर स्पोर्ट या फिर बैंक में, कंप्यूटर हर जगह प्रयोग किया जा रहा है और इसका प्रयोग बहुत से काम करने के लिए लिए किया जा रहा है।
कंप्यूटर का परिचय (Introduction Of Computer Hindi )
कंप्यूटर शब्द कंप्यूटर शब्द से मिलकर बना है जिस शब्द का मतलब होता है गणना करना। कंप्यूटर का अविष्कार गणना कर के लिए ही किया गया था फिर बाद में कंप्यूटर का विस्तार हुआ और कंप्यूटर का प्रयोग हर क्षेत्र में होने लगा। और फिर कंप्यूटर प्रयोग करना काफी सरल हो गया और इस कारण कंप्यूटर का प्रयोग हर क्षेत्र में बढ़ता गया।
कंप्यूटर के प्रयोग से समय की भी बचत होती है और कुछ कुछ ऐसे काम या फिर काम जो काम एक इन्सान के करने के लिए बहुत कठिन होता है वो काम कंप्यूटर की मदद से बहुत आसानी से किये जा सकते है। आज के समय में कंप्यूटर हमारे जीवन का एक अहम् हिस्सा बन चूका है ये सभी चीज़े कंप्यूटर की मदद से ही संभव हो पाई है। आज कल आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (artificial intelligence) भी हमारे लिए बहुत ही अहम् होती जा रही है जिस के द्वारा हम किसी भी मशीन से बोल कर कोई भी काम करवा सकते है और साथ ही साथ रोबोटिक्स (Robotics) भी कंप्यूटर और artificial intelligence भी कंप्यूटर की ही देन है।
कंप्यूटर का पूरा नाम (Full form Of Computer In Hindi)
C: Commonly
O: Operated
M: Machine
P: Particularly
U: Used for
T: Teaching
E: Education
R: Research
कंप्यूटर का इतिहास (History Of Computer In Hindi)
अगर कंप्यूटर के इतिहास की बात करे तो कंप्यूटर का इतिहास लगभग 5000 साल पुराना है। आपको बता दे कि इसकी शुरुआत सबसे पहले अवेकस नाम के एक कैलकुलेटर से हुई जो चीन में बनाया गया था जिसका इस्तेमाल संख्याओ की गणना करने के प्रयोग किया जाता था। और इसकी मदद से लोग अंको को जोड़ने,घटाने , गुणा करने या फिर भाग करने के काम में प्रयोग करते थे । 19वी शताव्दी में जब एक अंग्रेज गणितज्ञ Charles Babbage को अपने मैथ की सारणियों की गणना में प्रॉब्लम होने लगी.
तो उन्होंने एक मैकेनिकल कैलकुलेशन बनाने के बारे में सोचा इसके बाद सन 1822 में उन्होंने एक ऐसी मशीन का आविष्कार किया जिसका नाम डिफरेंस इंजन (Difference Engine) रखा गया। इस मशीन में गियर और साफ्ट प्रयोग किये गये थे और ये मशीन भाप से चलती थी। इसके लगभग 10 साल बाद Charles Babbage ने एक और नये इंजन का अविष्कार किया जो डिफरेंस इंजन की अपग्रेडेड मशीन थी इसका नाम अनलयतिक इंजन (Analytic Engine) रखा गया और ये पहली प्रोग्रामेबल डिजिटल मैकेनिकल (Programmable Digital Mechanical) मशीन थी फिर बाद में यही इंजन सम्पूर्ण कंप्यूटर के आविष्कार में आधार बना। यही कारण है की Charles Babbage को कंप्यूटर का जनक या फिर पिता माना जाता है.
कंप्यूटर के जनरेशन (Generations of Computers)
1 st जनरेशन (Generation) (1940-1956)
पहली पीढ़ी के computer Vacuum tubes को circuitry की तरह इस्तेमाल किया जाता था और मेमोरी के लिए magnetic drum का प्रयोग किया जाता था और ये बहुत ज्यादा electricity की खपत करते थे और बहुत ही ज्यादा गर्मी उत्पन्न करते थे। ये computer calculation करने के लिए millisecond का समय लेते थे। तब ये अपने समय के सबसे तेज computer थे। इनका साइज़ पुरे एक कमरे जितना बड़ा था।
उदाहरण : ENIAC, EDVAC, UNIVAC
2 nd जनरेशन (Generation) (1956-1963)
इस पीढ़ी के computers में Vacuum tubes की जगह पर transistor का प्रयोग किया जाने लगा था। Transistor आकार में Vacuum tubes से छोटे थे लेकिन ये तेज काम करते थे और Electricity की खपत भी कम करते थे। पहली पीढ़ी के computers
की अपेक्षा कम गर्मी उत्पन्न करते थे। इन computers में machine language की जगह पर high level language प्रयोग की जाने लगा था। इन computer languages का नाम COBOL और FORTRAN था। इस पीढ़ी के computer में इनपुट के लिए पंच कार्ड का प्रयोग किया जाता था और output के लिए प्रिंट आउट पर निर्भर रहना पड़ता था।
3 rd जनरेशन (Generation) (1964-1971)
इस पीढ़ी के computers में transistor की जगह पर अब Integrated circuit का इस्तेमाल किया गया जिससे computer की काम करने की गति बढ़ गयी और उनका साइज़ भी छोटा हो गया। ये Integrated circuit बहुत से Transistor से मिलकर बने होते थे।
इस पीढ़ी के computers में पहली बार keyboard और mouse का प्रयोग किया गया जिससे इन पर काम करने में बहुत आसानी होने लगा था।
4 th जनरेशन (Generation) (1971-till date)
इस पीढ़ी के computers में Integrated circuit की जगह पर अब LSI (Large Scale Integration Circuit) और VLSI (Very Large Scale Integration Circuit) का इस्तेमाल किया जाने लगा था। जब इनको एक silicon चिप में रखा गया तो वो micro processor कहलाया ये micro processor बहुत से Integrated circuit से मिलकर बने होते थे। इसी पीढ़ी के computer में MS DOS और Windows जैसे operating system का प्रयोग किया गया। पहला micro processor इंटेल ने बनाया था जिसका नाम Intel-4004 था।
5 th जनरेशन (Generation) (1980-future)
ये computer आज की पीढ़ी के कंप्यूटर computer है इन computers में processor ULSI (Ultra Large Scale Integration ) technology का बना हुआ प्रोसेसर प्रयोग किया जा रहा है। इस पीढी के computers बाकी सभी computer की पीढीयों से किसी भी काम को करने में तेज, साइज़ में छोटे है। इस पीढ़ी के computers में कत्रिम बुद्धि (Artificial Intelligence) बिकसित की जा रही है जो भी एक महत्वपूर्ण काम है।
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