चलो दोस्तों जानते हैं भारत के रक्षा मंत्री कौन है? (Bharat Ke Raksha Mantri Kaun Hai In Hindi)। यह एक जनरल नॉलेज का महत्वपूर्ण सवाल है|
भारत के रक्षा मंत्री कौन है?: राजनाथ सिंह जी
रक्षा मंत्रालय किसी भी देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण मंत्रालय है। वर्तमान में भारत के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी है। जिन्हें बीजेपी पार्टी की 17वीं लोकसभा में चुनावों में जीत के बाद रक्षा मंत्री के पद पर नियुक्त किया गया है।31 मई 2019 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी ने राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली से राजनाथ सिंह जी को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई थी और 1 जून 2019 को राजनाथ सिंह जी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री का पदभार संभाला था।
Who is the Defence Minister of India: Rajnath Singh JI
प्रधानमंत्री मोदी जी की लगातार दूसरी सरकार में राजनाथ सिंह जी केंद्रीय मंत्री बने है। 2014 से 2019 तक की मोदी सरकार में राजनाथ सिंह जी गृह मंत्री थे। पिछली मोदी सरकार में भारत देश के रक्षा मंत्री स्वर्गीय मनोहर पारिकर जी थे। लेकिन मनोहर पारिकर जी के स्वास्थ्य कारणों के चलते कुछ समय बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण जी को नियुक्त किया गया।
रक्षा मंत्रालय का गठन
रक्षा मंत्रालय का गठन भारत देश की सुरक्षा के लिए नीतियां बनाने के लिए हुआ है,जो देश की रक्षा के लिए कार्य करते है। भारत देश की तीनों सेनाएं जल, थल और आकाश इसके साथ ही भारत देश की आंतरिक सुरक्षा में तैनात अन्य सेनाएं भी रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आती है।
देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए और किसी भी आतंकी या नकसली खतरे से निपटने के लिए रक्षा मंत्रालय सेनाओं को निर्देश देते है,जिसके अंतर्गत सेनाएं कार्य करती है।
रक्षा मंत्रालय भारतीय सेनाओं को आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान रखता है अभी हाल ही में हम सुनते आ रहे है कि 36 राफेल लड़ाकू विमान भारत देश को फ्रांस द्वारा मिलने वाले है।जिनका सौदा रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत हुआ है।8 अक्टूबर 2019 विजयदशमी को भारत देश को पहला राफेल लड़ाकू विमान प्राप्त हुआ।
फ्रांस में राजनाथ सिंह जी द्वारा पहले लड़ाकू विमान की शस्त्र पूजा हुई जब फ्रांस वाला भारत को पहला लड़ाकू विमान सौंपा गया 2020 में फ्रांस भारत को लड़ाकू विमानों को सौंप देगा। इसी प्रकार जल सेना के लिए समुद्री पनडुब्बियों को उपलब्ध कराना, थल सेना के लिए टैंकर व ओर भी बहुत से औजारों या शस्त्रों को उपलब्ध कराना। इन सबके लिए विदिशा से खरीद-फरोख्त के कार्य को रक्षा मंत्रालय ही संभालता है।
सरकार द्वारा बनाई गई नीति
रक्षा मंत्रालय सरकार द्वारा बनाई गई नीति निर्देशक को प्रभावी प्रकार से तथा आवंटित संसाधनों को ध्यान में रखते हुए कार्य करता है। रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत 4 विभाग आते हैं जिनमें रक्षा विभाग, रक्षा उत्पाद विभाग, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग और पूर्व सैनिक कल्याण विभाग आते है। रक्षा विभाग तीनों सेनाओं तथा विभिन्न अंतर सेवा संगठनों के कार्यों को देखता है।
रक्षा बजट, रक्षा नीति, संसद से जुड़े मुद्दे। स्थापना कार्य,बाहरी देशों के साथ होने वाला रक्षा सहयोग यह सब कार्य रक्षा विभाग देखता है।रक्षा उत्पाद विभाग में एक प्रमुख सचिव होता है जो रक्षा उत्पादन,आयातित भंडारण के स्वदेशीकरण, उपकरणों और हथियार कारखाना बोर्ड तथा सार्वजनिक क्षेत्रों के रक्षा उद्यमों के विभागों को नियंत्रण में रखते हुए उनके कार्य को देखना होता है।
रक्षा शोध एवं विकास विभाग का प्रमुख सचिव रक्षा मंत्री का सलाहकार होता है। इनका प्रमुख कार्य सैनिकों के साजो सामान की वैज्ञानिकता, संचालन तथा सेनाओं द्वारा उपयोग में आने वाले उपकरणों की शोध,डिजाइन एवं विकास से संबंधित योजनाएं बनाना होता है।रक्षा भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग में एक प्रमुख अतिरिक्त सचिव होता है। जो पेंशन प्राप्त करने वाले भूतपूर्व सैनिकों भूतपूर्व कर्मचारी स्वास्थ्य योजना केंद्रीय सैनिक बोर्ड महानिदेशालय तथा तीनों सेनाओं के पेंशन से जुड़े नियमों में मुद्दों को देखते है।
राजनाथ सिंह जी के बारे में
भारत के वर्तमान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी का जन्म 10 जुलाई 1951 को उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी जिले के एक बहुत ही छोटे से गांव भभोरा में हुआ था। राजनाथ सिंह जी के पिताजी का नाम राम बदन सिंह और इनकी माता जी का नाम गुजराती देवी था। राजनाथ सिंह जी के पिताजी एक किसान थे।मात्र 13 वर्ष की आयु सन 1964 में ही है संघ परिवार से जुड़ गए। इन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से भौतिकी शास्र में प्रथम श्रेणी से आचार्य की उपाधि प्राप्त की और मिर्जापुर में भौतिकी व्याख्याता की नौकरी करने के बाद भी संघ से जुड़े रहे। 1974 में इन्हें भारतीय जन संघ का सचिव नियुक्त करते हुए इनके मस्तक पर चमकदार लाल टीके को लगाया गया।
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी की राजनीति की शुरुआत उत्तर प्रदेश से हुई जिसमें सन् 2000 से 2002 तक वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी में वह केंद्र में कृषि मंत्री के पद पर भी रहे। राजनाथ सिंह जी को दो बार पार्टी अध्यक्ष भी नियुक्त किया जा चुका है।
राजनाथ सिंह जी 31 दिसंबर सन् 2005 को पहली बार बीजेपी पार्टी के अध्यक्ष बने और दूसरी बार 23 जनवरी 2013 से 9 जुलाई 2014 तक बीजेपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे।राजनाथ सिंह जी से पहले यह उपलब्धि केवल अटल बिहारी वाजपेई जी और लालकृष्ण आडवाणी जी को ही प्राप्त थी।नरेंद्र मोदी सरकार में 26 मई 2014 को राजनाथ सिंह जी ने भारत के केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली थी और अब दूसरी बार वह नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय रक्षा मंत्री बने है।
भारत देश के सबसे पहले रक्षा मंत्री
भारत देश के सबसे पहले रक्षा मंत्री बलदेव सिंह जी थे जो भारत देश की आजादी से पहले 2 सितंबर 1946 से देश के आजाद होने के बाद तक भी सन् 1952 तक भारत देश के रक्षा मंत्री रहे। बलदेव सिंह जी जिस समय भारत देश के रक्षा मंत्री थे उस समय भारत देश के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु जी थे। जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से थे।
रक्षा मंत्री को रक्षा संबंधित गतिविधियों में मदद प्रदान करने के लिए अनेक समितियों का गठन किया जाता है। स्टाफ समिति का प्रमुख वह मंच है जो तीनों सेनाओं की गतिविधियों से संबंधित मामलों में विचार देने में स्थान रखते है। ये रक्षा मंत्रालय को सलाह देने का कार्य करते है। स्टाफ पद का प्रमुख सबसे लंबी सेवा लेने वाले सेना प्रमुख होता है। और यह तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से बारी-बारी से बनाए जाते है। रक्षा मंत्रालय में एक वित्त विभाग भी होता है जो वित्त मामलों को देखता है। रक्षा सेवा के जो सलाहकार होते है इस विभाग के प्रमुख नियुक्त किए जाते है। जिन्हें सभी प्रकार के रक्षा में सौदों की पूर्ण जानकारी होती है।
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